अगर आप सोने की खरीदारी की योजना बना रहे हैं, तो आपके लिए एक अच्छी खबर है। आज मंगलवार, 25 मार्च 2025 को सोने के भाव में गिरावट दर्ज की गई है। यह लगातार दूसरा दिन है जब सोने की कीमतों में कमी देखी गई है। वहीं, चांदी के रेट में आज कोई बदलाव नहीं हुआ है।
आज 24 कैरेट सोना देश के प्रमुख शहरों में ₹89,700 के करीब कारोबार कर रहा है, जबकि 22 कैरेट गोल्ड का रेट ₹82,100 के आसपास है। चांदी की बात करें तो एक किलोग्राम की कीमत आज ₹1,00,900 पर स्थिर रही है।
चांदी के ताजा दाम – आज कैसा रहा बाजार का मिजाज?
25 मार्च 2025 को चांदी के दामों में किसी भी तरह का उतार-चढ़ाव नहीं देखा गया। एक किलो चांदी का रेट ₹1,00,900 रहा, जो कल के मुकाबले बिल्कुल स्थिर है। यह दर ऐसे समय में आई है जब सोने की कीमतों में गिरावट चल रही है, जिससे साफ है कि फिलहाल चांदी की डिमांड और सप्लाई में संतुलन बना हुआ है।
दिल्ली और मुंबई में सोने के दाम – जानिए अपने शहर का रेट
आज यानी 25 मार्च को देश के बड़े शहरों में सोने के रेट इस प्रकार रहे:
शहर का नाम | 22 कैरेट गोल्ड रेट (₹/10 ग्राम) | 24 कैरेट गोल्ड रेट (₹/10 ग्राम) |
---|---|---|
दिल्ली | ₹82,290 | ₹89,760 |
मुंबई | ₹82,140 | ₹89,610 |
चेन्नई | ₹82,140 | ₹89,610 |
कोलकाता | ₹82,140 | ₹89,610 |
इन रेट्स से यह साफ है कि लगभग पूरे देश में सोने की कीमतों में औसतन ₹200 की गिरावट दर्ज की गई है। अगर आप निवेश या गहनों की खरीदारी का मन बना रहे हैं, तो यह समय फायदेमंद साबित हो सकता है।
सोने के दाम में गिरावट क्यों आई?
आज के गिरते हुए रेट्स के पीछे अंतरराष्ट्रीय बाजार की सुस्ती, डॉलर की मजबूती और निवेशकों द्वारा मुनाफावसूली जैसे कारण हैं। जब डॉलर मजबूत होता है, तो सोना खरीदना विदेशी निवेशकों के लिए महंगा हो जाता है। इससे ग्लोबल डिमांड घटती है और कीमतों पर दबाव पड़ता है।
इसके अलावा, आर्थिक नीतियों, फेडरल रिजर्व के ब्याज दर फैसलों और वैश्विक राजनीतिक घटनाओं का भी असर सोने की कीमतों पर पड़ता है।
भारत में सोने की कीमत कैसे तय होती है?
भारत में सोने की कीमतों में रोज़ बदलाव देखा जाता है, और इसके पीछे कई फैक्टर्स होते हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार का असर: न्यूयॉर्क, लंदन जैसे बाजारों में सोने के दाम तय होते हैं, जिसका सीधा असर भारत के रेट्स पर होता है।
- रुपया बनाम डॉलर की स्थिति: अगर रुपया कमजोर होता है, तो सोने का आयात महंगा होता है, जिससे घरेलू रेट्स बढ़ जाते हैं।
- GST और कस्टम ड्यूटी: सरकार द्वारा लगाए गए टैक्स भी कीमतों में बड़ा रोल निभाते हैं।
- मांग और आपूर्ति: शादियों और त्योहारों के सीजन में मांग बढ़ने से दाम बढ़ जाते हैं।
- लोकल ज्वेलर्स की कीमतें: हर शहर में ज्वेलर्स अपनी लागत और ट्रांसपोर्टेशन के हिसाब से रेट तय करते हैं।
क्या करें निवेशक और खरीददार?
अगर आप निवेश के लिहाज से सोना खरीदना चाहते हैं, तो यह गिरावट आपके लिए मौका हो सकता है। वहीं, गहनों की खरीदारी के इच्छुक लोग भी आज के रेट्स पर फायदे में रहेंगे। हालांकि, खरीद से पहले अपने नजदीकी ज्वेलर से रेट्स और मेकिंग चार्ज की पुष्टि जरूर कर लें।