शनिवार, 28 दिसंबर 2024, को सोने के दामों में तेजी देखी गई। 24 कैरेट और 22 कैरेट सोने की कीमतों में 300 रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है। देश के प्रमुख शहरों में 24 कैरेट गोल्ड लगभग 78,000 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 71,600 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है।
28 दिसंबर 2024 को चांदी की कीमतें
चांदी की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है।
- एक किलोग्राम चांदी का दाम 92,500 रुपये हो गया है।
- इससे पहले शुक्रवार को चांदी का भाव 91,600 रुपये था, यानी इसमें 900 रुपये का उछाल आया है।
दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने और चांदी के दाम
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोने और चांदी की कीमतों में उछाल दर्ज किया गया।
- सोने का भाव: 350 रुपये बढ़कर 79,200 रुपये प्रति 10 ग्राम।
- चांदी का भाव: 900 रुपये की तेजी के साथ 91,700 रुपये प्रति किलोग्राम।
सप्ताहिक तेजी
पिछले एक सप्ताह में चांदी के दामों में कुल 3,550 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी हुई है।
वैश्विक बाजारों का प्रभाव
अंतरराष्ट्रीय बाजार में:
- कॉमेक्स सोना वायदा: 13.70 डॉलर गिरकर 2,640.20 डॉलर प्रति औंस।
- कॉमेक्स चांदी वायदा: 0.74% गिरकर 30.17 डॉलर प्रति औंस।
सोने की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण
- ज्वैलर्स की खरीदारी: साल के अंत में ज्वैलर्स द्वारा अधिक खरीदारी।
- रुपये में कमजोरी: भारतीय मुद्रा की गिरावट ने सोने की कीमतों को ऊपर धकेला।
- वैश्विक तनाव:
- रूस-यूक्रेन युद्ध।
- पश्चिम एशिया में संघर्ष।
- सुरक्षित निवेश की मांग: आर्थिक और राजनीतिक अनिश्चितता के कारण सोने को सुरक्षित निवेश माना जा रहा है।
- डॉलर की मजबूती: विशेषज्ञों का कहना है कि डॉलर में मजबूती और नए साल में नीतिगत बदलावों का असर बाजार पर पड़ सकता है।
28 दिसंबर 2024: प्रमुख शहरों में सोने के दाम
शहर का नाम | 22 कैरेट (₹) | 24 कैरेट (₹) |
---|---|---|
दिल्ली | 71,650 | 78,150 |
नोएडा | 71,650 | 78,150 |
गाजियाबाद | 71,650 | 78,150 |
जयपुर | 71,650 | 78,150 |
गुड़गांव | 71,650 | 78,150 |
लखनऊ | 71,650 | 78,150 |
मुंबई | 71,500 | 78,000 |
कोलकाता | 71,500 | 78,000 |
पटना | 71,550 | 78,000 |
अहमदाबाद | 71,550 | 78,000 |
भुवनेश्वर | 71,500 | 78,000 |
बेंगलुरु | 71,500 | 78,000 |
सोने की कीमत कैसे तय होती है?
सोने की कीमत कई कारकों पर निर्भर करती है:
- लोकल डिमांड: भारत में सोने की कीमतें स्थानीय बाजार की मांग पर निर्भर करती हैं।
- अंतरराष्ट्रीय बाजार:
- अमेरिका की आर्थिक स्थिति।
- फेडरल रिजर्व की ब्याज दरें।
- रुपये की स्थिति: डॉलर के मुकाबले रुपये की मजबूती या कमजोरी।
- वैश्विक घटनाएं: राजनीतिक और आर्थिक संकट के समय सोने की मांग बढ़ती है।