सोना-चांदी फिर हुआ रॉकेट! 2 दिन में ₹1810 महंगा हुआ सोना, चांदी ₹4600 उछली, जानें आज का ताजा भाव
शेयर बाजार की अनिश्चितताओं के बीच निवेशकों का भरोसा एक बार फिर सोने-चांदी पर लौट आया है। सुरक्षित निवेश (Safe Haven Asset) के तौर पर सोने-चांदी की मांग बढ़ने से इनकी कीमतों में लगातार दूसरे दिन आग लगी हुई है। हालिया गिरावट को निवेशकों ने एक बड़े मौके के तौर पर भुनाया है, जिससे खरीदारी बढ़ गई है।
राजधानी दिल्ली में आज 24 कैरेट सोना ₹1810 और 22 कैरेट सोना ₹1660 प्रति 10 ग्राम तक महंगा हो चुका है। वहीं, चांदी की चमक भी फीकी पड़ने का नाम नहीं ले रही। तीन दिनों की शांति के बाद, चांदी सिर्फ दो दिनों में ₹4600 प्रति किलो महंगी हो गई है।
देश के बड़े शहरों में आज सोने का भाव
आइए जानते हैं, 11 नवंबर को देश के 10 बड़े शहरों में 10 ग्राम सोने का क्या भाव है:
| शहर | 22 कैरेट (10 ग्राम) | 24 कैरेट (10 ग्राम) |
| दिल्ली | ₹1,13,660 | ₹1,23,980 |
| मुंबई | ₹1,13,510 | ₹1,23,830 |
| कोलकाता | ₹1,13,660 | ₹1,23,830 |
| चेन्नई | ₹1,14,810 | ₹1,25,250 |
| बेंगलुरु | ₹1,13,510 | ₹1,23,830 |
| लखनऊ | ₹1,13,660 | ₹1,23,980 |
| जयपुर | ₹1,13,660 | ₹1,23,980 |
| अहमदाबाद | ₹1,13,560 | ₹1,23,880 |
चांदी ने भी लगाई लंबी छलांग, चेन्नई में सबसे महंगी
सोने के साथ-साथ चांदी भी खूब चमक रही है। दिल्ली में आज (11 नवंबर) चांदी ₹1,57,100 प्रति किलोग्राम पर बिक रही है। मुंबई और कोलकाता में भी भाव यही है, लेकिन चेन्नई में चांदी सबसे महंगी है, जहां एक किलो चांदी का भाव ₹1,69,100 है।
क्यों बढ़ रहे हैं दाम? एक्सपर्ट्स ने बताए 3 बड़े कारण
- शेयर बाजार का डर: एक्सपर्ट्स का कहना है कि अमेरिकी शेयर बाजारों में AI स्टॉक्स को लेकर एक बुलबुले जैसी स्थिति है, जिससे बाजार में अस्थिरता है। जब भी शेयर बाजार में डर का माहौल बनता है, निवेशक अपना पैसा सोने-चांदी जैसे सुरक्षित विकल्पों में लगाते हैं।
- अमेरिका में राजनीतिक अनिश्चितता: अमेरिका में बढ़ती राजनीतिक उथल-पुथल, खासकर न्यूयॉर्क मेयर चुनाव में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पार्टी की हार के बाद, निवेशकों ने सुरक्षित निवेश का रुख किया है, जिससे सोने की मांग बढ़ी है।
- ब्याज दरें घटने की उम्मीद: अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा इस साल के अंत तक ब्याज दरों में एक और कटौती की संभावना है। जब ब्याज दरें घटती हैं, तो सोना खरीदना सस्ता हो जाता है, जिससे इसकी मांग और बढ़ जाती है।
मेहता इक्विटीज के वाइस प्रेसिडेंट राहुल कलंत्री के मुताबिक, “कीमतों में आई गिरावट को निवेशकों ने एक मौके की तरह देखा और जमकर खरीदारी की, जिससे ये फिर से चमक उठे।”
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