आंखें रगड़ने की आदत भले ही आम हो, लेकिन विशेषज्ञ इसे बेहद नुकसानदेह मानते हैं। यह आदत न सिर्फ आंखों की संरचना को नुकसान पहुंचा सकती है, बल्कि संक्रमण और गंभीर बीमारियों का कारण भी बन सकती है।
नेत्र विशेषज्ञों का कहना है कि जब आप अपनी आंखों को रगड़ते हैं, तो आंखों पर अधिक दबाव पड़ता है। इससे कॉर्निया (आंख का बाहरी हिस्सा) कमजोर हो सकता है, जिससे केराटोकोनस जैसी गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है। इस बीमारी में कॉर्निया पतला और शंकु के आकार का हो जाता है, जिससे आंखों में समस्या हो सकती है।
हमारे हाथों पर मौजूद धूल , गंदगी और बैक्टीरिया आंखों में संक्रमण का कारण बन सकते हैं। जब हम आंखों को रगड़ते हैं, तो ये हानिकारक तत्व आंखों के अंदर पहुंच जाते हैं, जिससे आंखों में लालिमा, खुजली और जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। लंबे समय तक इस आदत को बनाए रखने से कंजक्टिवाइटिस (आंखों का गुलाबी संक्रमण) या अन्य गंभीर संक्रमण हो सकते हैं।
आंखों के आस-पास की त्वचा बहुत नाजुक होती है। आंखों को बार-बार रगड़ने से त्वचा पर झुर्रियां और काले घेरे बन जाते हैं। इसके अलावा, आंखों की सतह पर मौजूद नसों पर दबाव बढ़ने से भी लालिमा और सूजन हो सकती है।
क्या करें?
आंखों में खुजली या जलन होने पर डॉक्टर से सलाह लें। आंखों को बार-बार छूने से बचें और साफ हाथों का इस्तेमाल करें। विशेषज्ञ कृत्रिम आंसू या आई ड्रॉप का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं, जो आंखों को आराम देने में मदद करते हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ की सलाह
आँखों की देखभाल बहुत ज़रूरी है। नियमित रूप से आँखों की जाँच करवाना और स्क्रीन टाइम कम करना आँखों को स्वस्थ रखने के सबसे सरल उपाय हैं। आँखों को रगड़ने की आदत छोड़कर आप न सिर्फ़ अपनी दृष्टि को बेहतर बनाए रख सकते हैं, बल्कि संक्रमण और दूसरी गंभीर बीमारियों से भी बच सकते हैं।