धर्मशाला, 28 नवंबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के देहरा परिसर में आयोजित तीन दिवसीय महिला आत्मरक्षा शिविर के दौरान प्रतिभागी छात्राओं ने आत्मरक्षा के दांवपेच सीखे। शिविर के समापन अवसर पर वीरवार को प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। वहीं समाज कार्य विभाग के विद्यार्थियों द्वारा कई प्रस्तुतियां दी गईं। कार्यक्रम की शुरुआत समाज कार्य विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. शशि पूनम द्वारा की गई।
देहरा स्थित केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर में उन्नत भारत अभियान के तहत रेड रिबन क्लब और देहरा पुलिस विभाग के सहयोग से इस तीन दिवसीय महिला आत्मरक्षा शिविर का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि दृश्य कला संकाय की अधिष्ठाोता प्रो. निरुपमा सिंह और समाज विज्ञान संकाय के अधिष्ठातता प्रो. संजीत सिंह ठाकुर मौजूद रहे। तत्पश्चात समाज कार्य विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. शशि पूनम ने मंच से से सभी का स्वागत किया और अपने विचार प्रकट करते हुए इस तीन दिन के महिला आत्मरक्षा शिविर की विशेषताओं पर प्रकाश डाला। वहीं समाज कार्य विभाग के एक छात्र शिवेंद्र ने महिला सशक्तिकरण पर अपनी स्वयं रचित कविता का पाठ किया, जिससे श्रोताओं को प्रेरणा मिली।
इसके पश्चात कांस्टेबल अतुल शर्मा ने तीन दिनों में सिखाए गए आत्मरक्षा के बुनियादी कौशल, जैसे पंच, ब्लॉक, फिंगर अटैक और किक का प्रदर्शन भी छात्राओं ने किया। उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा पर अपने विचार प्रकट किए और महिला हेल्पलाइन नंबर भी साझा किया।
बतौर विशेष अतिथि, समाज विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो. संजीत सिंह ठाकुर ने महिला सशक्तिकरण पर अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने नारियों की तुलना देवियों से करते हुए इन्हें शक्ति की देवी दुर्गा, धन की देवी लक्ष्मी और विद्या की देवी सरस्वती बताया।
तीन दिवसीय प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूरा करने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। कार्यक्रम का समापन प्रो. निरुपमा सिंह के भाषण से हुआ, जिसमें उन्होंने महिलाओं को आत्मविश्वास बढ़ाने और सशक्त बनने के लिए प्रोत्साहित किया।