Girija Oak Interview : 17 साल की उम्र में मैं थेरेपी ले रही थी एक मशहूर एक्टर की बेटी होने का दर्दनाक सच

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News India Live, Digital Desk : अक्सर हमें लगता है कि फ़िल्मी सितारों की ज़िंदगी कितनी रंगीन और खुशहाल होती है। उनके पास पैसा है, शोहरत है और दुनिया भर की खुशियां हैं। लेकिन उन चमकते चेहरों के पीछे कुछ ऐसे घाव भी होते हैं, जो वक्त के साथ भी नहीं भरते।

हाल ही में, 'जवान' (Jawan) फिल्म और हिट मराठी सिनेमा की जान रहीं एक्ट्रेस गिरीजा ओक (Girija Oak) ने एक ऐसा ही कड़वा सच बयां किया है। उन्होंने अपने पिता, दिग्गज अभिनेता गिरीश ओक (Girish Oak) के तलाक और अपने 'टूटे हुए परिवार' (Broken Family) के बारे में खुलकर बात की है। यह कहानी सिर्फ एक एक्ट्रेस की नहीं, बल्कि उन लाखों बच्चों की है जिन्होंने बचपन में अपने माता-पिता को अलग होते देखा है।

आइए, गिरीजा के जज़्बातों को करीब से महसूस करते हैं।

17 की उम्र और दिमाग में उथल-पुथल

हम सब जानते हैं कि 16-17 साल की उम्र, टीनएज (Teenage) का वो पड़ाव है जब बच्चे दुनिया को समझना शुरू करते हैं। यह उम्र दोस्तों के साथ मस्ती और करियर के सपनों की होती है। लेकिन गिरीजा ओक के लिए यह दौर बहुत मुश्किल था।

एक इंटरव्यू में अपना दिल खोलकर रखते हुए उन्होंने बताया कि जब उनके माता-पिता के बीच चीज़ें ठीक नहीं थीं और बात 'तलाक' तक पहुंच गई थी, तो वह अंदर से टूट गई थीं।
गिरीजा ने माना कि उस वक्त उनकी उम्र सिर्फ़ 17 साल थी और उन्हें मानसिक शांति के लिए थेरेपी (Therapy) का सहारा लेना पड़ा था।

जरा सोचिए, उस दौर में जब 'मेंटल हेल्थ' पर बात करना पागलपन माना जाता था, तब एक लड़की अपने दिमागी सुकून के लिए डॉक्टर के पास जा रही थी। यह कितना मुश्किल रहा होगा।

"ब्रोकन फैमिली" का दर्द और समाज के ताने

गिरीजा ओक मराठी फिल्म इंडस्ट्री के एक बेहद सम्मानित परिवार से आती हैं। उनके पिता गिरीश ओक एक लेजेंड हैं। गिरीजा बताती हैं कि जब आपके पिता इतने मशहूर हों, तो 'प्राइवेसी' जैसा कुछ नहीं बचता।

  • उनके घर की बातें, उनका तलाक, अखबारों और लोगों की गपशप का हिस्सा बन गया था।
  • एक बच्ची के तौर पर यह देखना बहुत दर्दनाक होता है कि लोग आपके परिवार के टूटने की चर्चा चाय की चुस्कियों के साथ कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि एक 'ब्रोकन फैमिली' से आने का टैग झेलना आसान नहीं था, लेकिन थेरेपी ने उन्हें यह समझने में मदद की कि यह "उनकी गलती नहीं है"

पिता गिरीश ओक के साथ कैसा है रिश्ता?

अक्सर तलाक के बाद बच्चे अपने पिता या माता से नफरत करने लगते हैं। लेकिन गिरीजा ने यहाँ भी परिपक्वता (Maturity) दिखाई। उन्होंने अपने दर्द को अपने रिश्ते के बीच नहीं आने दिया। उन्होंने यह भी साझा किया कि उन्होंने अपने पिता की दूसरी शादी (पिता की पत्नी पल्लवी) को कैसे स्वीकारा।

गिरीजा कहती हैं कि उन्होंने और उनके परिवार ने बहुत उतार-चढ़ाव देखे हैं, लेकिन आज वो जो भी हैं, उन्हीं अनुभवों की बदौलत मजबूत बनी हैं।

सीखने वाली बात

गिरीजा ओक का यह कबूलनामा हमें एक बड़ी सीख देता है।

  1. थेरेपी गलत नहीं है: अगर घर में क्लेश है या मन परेशान है, तो मदद मांगना (Help Seeking) कोई शर्म की बात नहीं।
  2. समय हर घाव भर देता है: गिरीजा आज एक सफल अभिनेत्री हैं, एक खुशहाल पत्नी और माँ हैं। यह बताता है कि बुरा वक़्त हमेशा के लिए नहीं होता।

गिरीजा, आपकी हिम्मत को हमारा सलाम! आपने साबित कर दिया कि असली 'हीरोइन' वही है जो असल ज़िंदगी की मुश्किलों से लड़कर मुस्कुराना जानती है।

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