दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का तोहफा: अक्षरधाम से बागपत का सफर अब मिनटों में, एक महीने तक टोल भी नहीं लगेगा

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यह रहा दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के पहले चरण के उद्घाटन पर आधारित एक ताजा और आसान भाषा में लिखा गया लेख। इसे पढ़कर दिल्ली-एनसीआर वालों को बड़ी राहत मिलेगी।

अगर आप दिल्ली, नोएडा या गाजियाबाद के ट्रैफिक और जाम से परेशान हैं, तो आपके लिए एक बहुत अच्छी खबर आई है। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे (Delhi-Dehradun Expressway) का काम जोरों पर है और इसका पहला हिस्सा अब आम जनता के लिए खोल दिया गया है। करीब 32 किलोमीटर का यह लंबा टुकड़ा दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर से शुरू होकर यूपी के बागपत तक जाता है।

इस नई सड़क के खुलने से न सिर्फ आपकी गाड़ी की रफ़्तार बढ़ेगी, बल्कि घंटों का सफर मिनटों में सिमट जाएगा। आइए आसान भाषा में समझते हैं कि इससे आपको क्या फायदा होगा और आपकी जेब पर क्या असर पड़ेगा।

सिर्फ 20-25 मिनट में यूपी बॉर्डर पार

अब तक अक्षरधाम से बागपत जाने में जाम की वजह से पसीने छूट जाते थे। लेकिन अब इस नए रूट से यह दूरी महज 20 से 25 मिनट में पूरी हो जाएगी। दिल्ली से यूपी बॉर्डर तक का सफर इतना मक्खन जैसा हो जाएगा कि ऑफिस जाने वाले या रोज सफर करने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। इससे गाजियाबाद और नोएडा के पुराने रास्तों पर गाड़ियों का दबाव भी कम होगा।

सबसे काम की बात: 1 महीने तक फ्री सफर!

लोगों के मन में सबसे बड़ा सवाल यही होता है-"भाई, टोल कितना लगेगा?" तो खुश हो जाइये। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने फैसला लिया है कि अगले एक महीने तक इस 32 किलोमीटर के हिस्से पर आपसे कोई टोल नहीं लिया जाएगा। यानी अभी आप नए एक्सप्रेसवे का मजा बिलकुल मुफ्त में ले सकते हैं।

एक महीने बाद टोल का क्या नियम होगा?

जब फ्री ट्रायल खत्म हो जाएगा, तो टोल का सिस्टम वैसा ही होगा जैसा अभी 'दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे' पर चलता है। आसान शब्दों में समझें तो:

  • निजामुद्दीन से लेकर एक तय सीमा (जैसे लालकुआं) तक शायद टोल न लगे।
  • लेकिन अगर आप उससे आगे जाते हैं, तो आपने जितनी दूरी तय की है, उसी हिसाब से किलोमीटर के आधार पर टोल देना होगा। इसे 'ऑटोमैटिक टोलिंग' कहते हैं।

दिल्ली से देहरादून ढाई घंटे में: कब पूरा होगा सपना?

यह तो बस शुरुआत है। यह पूरा एक्सप्रेसवे 210 किलोमीटर लंबा है, जो चार हिस्सों (Phases) में बन रहा है।

  1. फेज 1: अक्षरधाम से बागपत (खुल गया है)।
  2. फेज 2: बागपत से सहारनपुर (लगभग तैयार है)।
  3. फेज 3: सहारनपुर से गणेशपुर (काम जारी)।
  4. फेज 4: गणेशपुर से देहरादून (सेफ्टी ऑडिट चल रहा है)।

उम्मीद है कि फरवरी 2026 तक पूरा एक्सप्रेसवे खुल जाएगा। इसके बाद दिल्ली से देहरादून पहुँचने में 6 घंटे नहीं, बल्कि सिर्फ ढाई घंटे लगेंगे।

खासियत जानकर हैरान रह जाएंगे

यह कोई मामूली सड़क नहीं है। इसमें राजाजी नेशनल पार्क के पास 12 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड वाइल्डलाइफ कॉरिडोर बनाया गया है, जो एशिया में अपनी तरह का सबसे बड़ा है। यानी ऊपर गाड़ियां चलेंगी और नीचे हाथी-शेर मजे से घूम सकेंगे।
रास्ते में आपको फूड कोर्ट, एटीएम और इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए चार्जिंग स्टेशन भी मिलेंगे।

तो अगर आप बागपत या उस तरफ जा रहे हैं, तो इस नए रास्ते को जरूर आजमाएं!

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