दिल्ली से सटे गाजियाबाद जिले के टीला मोड़ थाना क्षेत्र में शनिवार तड़के दिल्ली-वजीराबाद रोड पर भोपुरा चौक के पास एक एलपीजी सिलेंडर से भरे ट्रक में भीषण आग लग गई। आग लगने के बाद एक के बाद एक सिलेंडर फटने से इलाके में जोरदार धमाके हुए, जिससे दो मकानों और तीन गाड़ियों में भी आग फैल गई।
इस हादसे से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। गाजियाबाद पुलिस और दमकल विभाग ने तुरंत आसपास के घरों को खाली कराया और करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
कैसे हुआ हादसा?
चीफ फायर ऑफिसर राहुल पाल के अनुसार, आज सुबह 4:35 बजे साहिबाबाद फायर स्टेशन को सूचना मिली कि भारत गैस कंपनी के एलपीजी सिलेंडर से लदे ट्रक में आग लग गई है और लगातार धमाके हो रहे हैं।
- आग लगते ही दमकल विभाग की 10 गाड़ियां मौके पर भेजी गईं।
- धमाकों की वजह से सिलेंडर दूर-दूर तक बिखर गए, जिससे 2 मकानों और 3-4 गाड़ियों में आग लग गई।
- करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग को बुझा दिया गया।
- किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन इलाके में दहशत का माहौल रहा।
प्रत्यक्षदर्शियों की जुबानी – कैसा था हादसा?
“हम बच्चों को लेकर घर से बाहर भागे”
भोपुरा चौक के पास रहने वाले सचिन ने एएनआई को बताया –
“सुबह करीब 3 से 3:30 बजे अचानक तेज धमाके सुनाई देने लगे। सिलेंडरों में लगातार विस्फोट हो रहे थे। हम बच्चों को लेकर घर से बाहर भागे। हमारा घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। कार की खिड़कियां टूट गईं। छत की ग्रिल भी गिर गई।”
“घर के अंदर गिरे सिलेंडर, बचना मुश्किल था”
घटनास्थल के पास रहने वाले संदीप ने बताया –
“हमारे घर में तीन सिलेंडर गिरे। एक सिलेंडर तो लिविंग रूम तक आ गया। आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इतनी ऊंचाई तक सिलेंडर कैसे उछलकर पहुंचे। पास में अवैध लकड़ी का गोदाम था, वहां कोई सुरक्षा नहीं थी। बच्चे बहुत डरे हुए थे। वहां से भागना बहुत मुश्किल था।”
धमाकों की आवाज कई किलोमीटर तक गूंजी
चीफ फायर ऑफिसर राहुल पाल ने बताया कि सिलेंडर के विस्फोट की आवाज कई किलोमीटर तक सुनी गई।
- घटनास्थल से 2-3 किलोमीटर दूर शूट किए गए वीडियो में भी धमाकों की गूंज सुनाई दी।
- आग बुझाने के बाद भी दमकल टीम कूलिंग का काम जारी रखे हुए है ताकि आग दोबारा न भड़के।
क्या आग लगने की वजह सामने आई?
फिलहाल ट्रक में आग कैसे लगी, इसका पता नहीं चल पाया है।
- पुलिस ट्रक चालक से पूछताछ कर रही है।
- अवैध गैस भंडारण और सुरक्षा उपायों की कमी भी हादसे की वजह हो सकती है।