आयुर्वेद के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति को फिट और स्वस्थ रहना है तो उसके शरीर में तीनों दोषों का संतुलन होना जरूरी है। जब किसी व्यक्ति के शरीर में दोषों की गड़बड़ी हो जाती है तो इससे कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। कई बार हम गुस्से और चिड़चिड़ापन जैसी चीज़ों को नज़रअंदाज कर देते हैं और इसका कारण हम आज जिस तरह से जी रहे हैं, उसे मानते हैं। आपने देखा होगा कि कुछ लोगों को छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आ जाता है और वे इतने गुस्से में आ जाते हैं कि चीजें उठाकर फेंकने तक लग जाते हैं। यदि आपके आसपास किसी के साथ ऐसा होता है, तो यह शरीर में बढ़े हुए पित्त दोष के कारण हो सकता है। अत्यधिक गुस्सा और चिड़चिड़ापन की समस्या को लंबे समय तक नजरअंदाज करने से कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इस लेख में रामहंस चैरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्री शर्मा बताते हैं कि जब शरीर में पित्त दोष बढ़ जाता है तो क्या होता है और इसे नियंत्रित करने के लिए क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए।
पित्त दोष असंतुलन के लक्षण
आजकल व्यस्त जीवनशैली और खान-पान के कारण कई लोगों को शरीर में पित्त दोष बढ़ने की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। जिन लोगों के शरीर में पित्त दोष बढ़ जाता है उन्हें छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आने लगता है और वे हमेशा चिड़चिड़े रहते हैं। इसके अलावा कमजोर याददाश्त, शरीर से बदबू आना, अत्यधिक गर्मी और पसीना आना, पाचन संबंधी समस्याएं, यौन इच्छा में कमी भी हाइपरबिलिरुबिनमिया के लक्षण हैं। डॉक्टर ने बताया कि अगर समय रहते पित्त दोष को नियंत्रित नहीं किया गया तो लोगों में कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
पित्त दोष को नियंत्रित करने के लिए क्या खाएं?
1). पित्त दोष बढ़ने पर शरीर को ठंडक पहुंचाने वाला भोजन करना चाहिए। गर्मी के मौसम में आप अपनी डाइट में खीरा, तरबूज, ककड़ी, तरबूज, नारियल पानी और हरी सब्जियों को शामिल कर सकते हैं.
2). पित्त दोष को नियंत्रित करने के लिए आपको हर दिन खूब पानी पीना चाहिए। इससे शरीर हाइड्रेट रहेगा और पित्त दोष भी शांत होगा।
3). पित्त को नियंत्रित करने के लिए इस बात का ध्यान रखें कि आपको कम मसाले वाला सादा, ताजा बना खाना ही खाना चाहिए। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आप अपना भोजन समय पर करें। रात के खाने में आसानी से पचने वाला खाना खाएं और रात का खाना 7 से 8 बजे के बीच कर लें। जिससे आपको पाचन संबंधी समस्या न हो।
पित्त दोष में क्या नहीं खाना चाहिए?
1). जिन लोगों के शरीर में पित्त दोष अधिक है उन्हें अपने आहार में अधिक मिर्च-मसालों से परहेज करना चाहिए। गरम मसाला और मिर्च जैसे खाद्य पदार्थ शरीर में पित्त दोष को बढ़ा सकते हैं।
2). बाजार में मिलने वाले तले हुए खाद्य पदार्थ भी पित्त दोष को बढ़ा सकते हैं। ऐसे में बाजार में मिलने वाले ऑयली और जंक फूड से दूर रहें। चाय और कॉफी का सेवन भी कम करें।
3). अत्यधिक धूम्रपान और शराब का सेवन पित्त दोष को बढ़ा सकता है। ऐसे में इन चीजों से दूर रहें।
संतुलित आहार से पित्त दोष को नियंत्रित किया जा सकता है। अगर आपके शरीर में पित्त दोष है तो आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह लेना भी फायदेमंद साबित हो सकता है।