माँ लक्ष्मी का पसंदीदा रत्न: रत्न शास्त्र भी ज्योतिष का एक महत्वपूर्ण अंग है। रत्न शास्त्र के अनुसार जब कुंडली में कोई ग्रह कमजोर हो या अशुभ फल दे रहा हो तो अनुकूल रत्न पहनने की सलाह दी जाती है। ग्रह के अनुसार रत्न धारण करने से कमजोर ग्रह मजबूत होता है और शुभ प्रभाव बढ़ता है। इसी तरह अगर कोई व्यक्ति धन संबंधी परेशानियों या धन की कमी से जूझ रहा है तो उसे मां लक्ष्मी का प्रिय रत्न धारण करना चाहिए।
धन-संपदा और सुख-समृद्धि के लिए हर कोई मां लक्ष्मी की पूजा करता है। यदि मातालक्ष्मी की पूजा की जाए और उनका पसंदीदा रत्न धारण किया जाए तो ऐसा योग बनता है जो व्यक्ति को जल्दी अमीर बना देता है। रत्न शास्त्र में इस रत्न के बारे में बताया गया है। रत्न शास्त्र के अनुसार यह रत्न मां लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय है और धन को आकर्षित करने में मदद करता है। इस रत्न को धारण करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
माँ लक्ष्मी को कौन सा रत्न प्रिय है?
रत्नशास्त्र के अनुसार क्रिस्टल मां लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय है। लक्ष्मी मंत्र का जाप करते समय क्रिस्टल की माला का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। यदि किसी ज्योतिषी से सलाह लेकर क्रिस्टल रत्न धारण किया जाए तो मां लक्ष्मी की कृपा जल्दी प्राप्त होती है। अगर इस रत्न को सही तरीके से धारण किया जाए तो धन संबंधी परेशानियां दूर हो जाती हैं।
क्रिस्टल कैसा है?
क्रिस्टल रत्न रंगहीन एवं पारदर्शी होता है। ऐसा माना जाता है कि मां लक्ष्मी भी अपने गले में क्रिस्टल धारण करती हैं। इसीलिए क्रिस्टल को कन्ताहारा भी कहा जाता है। मां लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय इस वस्तु को धारण करने से व्यक्ति को आर्थिक लाभ भी हो सकता है।
क्रिस्टल पहनने के फायदे
शास्त्रों के अनुसार स्फटिक की माला पहनने से धन लाभ के योग बनने लगते हैं। क्रिस्टल की माला बहुत शुभ मानी जाती है। क्रिस्टल धारण करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में किसी भी प्रकार की खुशियों की कमी नहीं होती है। इस रत्न को धारण करने से पारिवारिक परेशानियों से भी राहत मिलती है। इस रत्न को धारण करने के अलावा आप इसे तिजोरी में भी रख सकते हैं।
क्रिस्टलीकरण का नियम
अगर आप भी इस नियम को जानकर क्रिस्टल पहनना चाहते हैं तो आइए हम आपको बताते हैं कि क्रिस्टल पहनने के नियम क्या हैं? अगर आप क्रिस्टल पहनना चाहते हैं तो शुक्रवार या बुधवार का दिन विशेष माना जाता है। क्रिस्टल मोतियों को अंगूठी में जड़वाकर भी पहना जा सकता है। क्रिस्टल को धारण करने से पहले उसे गंगा जल से शुद्ध करके मां लक्ष्मी के चरणों में अर्पित करना चाहिए। इसके बाद लक्ष्मी मंत्र का जाप करें और इस रत्न को धारण करें।