Gemstone for Venus : हीरा खरीदने की क्या जरूरत? जब यह सस्ता क्रिस्टल आपको बना सकता है मालामाल
News India Live, Digital Desk: Gemstone for Venus : रत्न शास्त्र में हर समस्या के समाधान के लिए किसी न किसी रत्न का जिक्र मिलता है. ये रत्न ग्रहों के बुरे प्रभाव को कम करके हमारी जिंदगी में सुख-समृद्धि लाते हैं. लेकिन जब हम ग्रहों के राजा शुक्र की बात करते हैं, तो सबके दिमाग में सबसे पहले दुनिया का सबसे कीमती रत्न 'हीरा' आता है, जिसे पहनना हर किसी के बस की बात नहीं.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि ज्योतिष में हीरे का एक उपरत्न भी है, जो दिखता भी कांच की तरह खूबसूरत है, कीमत में बहुत सस्ता है और इसका असर हीरे जैसा ही चमत्कारी होता है? हम बात कर रहे हैं स्फटिक (Quartz) की. इसे देवी लक्ष्मी का सबसे प्रिय रत्न भी माना जाता है. मान्यता है कि जो व्यक्ति इसे धारण करता है, उसके जीवन में कभी पैसों की तंगी नहीं रहती.
क्यों है स्फटिक इतना खास?
ज्योतिष शास्त्र में स्फटिक का संबंध शुक्र ग्रह से माना गया है. शुक्र ग्रह को धन, वैभव, ऐश्वर्य, प्रेम और सभी तरह के भौतिक सुखों का कारक माना जाता है. जिस व्यक्ति की कुंडली में शुक्र ग्रह मजबूत होता है, उसे जीवन में कभी किसी चीज की कमी नहीं होती. वहीं, शुक्र के कमजोर होने पर व्यक्ति को गरीबी, अशांति और रिश्तों में तनाव का सामना करना पड़ता है.
चूंकि स्फटिक सीधे तौर पर शुक्र ग्रह से जुड़ा है और धन की देवी मां लक्ष्मी का भी दिन शुक्रवार है, इसलिए इस रत्न को धारण करने से इन दोनों की कृपा एक साथ मिलती है.
स्फटिक पहनने के 5 चमत्कारी फायदे
- पैसों की तंगी होगी दूर: स्फटिक को धारण करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह धन को अपनी ओर आकर्षित करता है. यह आय के नए रास्ते खोलता है, कर्ज से मुक्ति दिलाता है और घर में बरकत लाता है.
- गुस्से को करे शांत: अगर आपको बहुत ज्यादा गुस्सा आता है या मन में हमेशा बेचैनी बनी रहती है, तो स्फटिक आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं. यह मन को शांत करने वाला क्रिस्टल है, जो तनाव, चिंता और डर को दूर करता है.
- रिश्तों में भरेगा प्यार: शुक्र ग्रह प्रेम और विवाह का भी कारक है. स्फटिक पहनने से पति-पत्नी के बीच संबंध मधुर होते हैं और घर में कलह का माहौल खत्म होता है.
- एकाग्रता बढ़ाए: छात्रों और अपने काम पर फोकस न कर पाने वाले लोगों के लिए भी स्फटिक बहुत फायदेमंद है. यह दिमाग को स्थिर करके एकाग्रता और याददाश्त को बढ़ाता है.
- नकारात्मक ऊर्जा से बचाए: स्फटिक नकारात्मक ऊर्जा के खिलाफ एक सुरक्षा कवच की तरह काम करता है. यह आपको बुरी नज़र और किसी भी तरह की नेगेटिविटी से बचाता है.
स्फटिक धारण करने की सही विधि
किसी भी रत्न को पहनने का पूरा फायदा तभी मिलता है, जब उसे सही विधि से धारण किया जाए.
- कौन सी धातु? स्फटिक को हमेशा चांदी की अंगूठी या लॉकेट में पहनना चाहिए.
- किस दिन? इसे धारण करने का सबसे शुभ दिन शुक्रवार (Friday) होता है.
- कैसे करें धारण? शुक्रवार की सुबह स्नान करने के बाद, स्फटिक की माला या अंगूठी को गंगाजल और कच्चे दूध से शुद्ध करें. इसके बाद पूजा स्थान पर रखकर धूप-दीप दिखाएं और शुक्र देव के मंत्र "ॐ शुं शुक्राय नमः" का 108 बार जाप करें. इसके बाद इसे अपनी मध्यमा उंगली (Middle Finger) में या गले में धारण कर लें.
यह खूबसूरत रत्न न केवल आपके जीवन में धन और समृद्धि लाएगा, बल्कि आपके मन को भी शांति और सुकून से भर देगा.
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