गाजा युद्धविराम वार्ता: हमास के युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार करने के बाद नेतन्याहू के कार्यालय ने इसे ‘इजरायल की आवश्यक मांगों से दूर’ बताते हुए खारिज कर दिया. जिसके बाद दोनों पक्षों ने अपने प्रतिनिधिमंडलों को बातचीत के लिए काहिरा भेजा.
दो दिनों की लंबी बातचीत के बाद हमास प्रतिनिधिमंडल काहिरा से कतर लौट आया है. संघर्षविराम समझौते पर बैठकों के बाद कतर लौटने से पहले हमास के सदस्यों ने कहा कि समझौते की गेंद अब पूरी तरह से इजराइल के पाले में है. हमास ने कई केंद्रीय मुद्दों पर आपत्ति जताते हुए इजरायल के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. हमास ने अन्य फ़िलिस्तीनी गुटों को एक संदेश में कहा, “हम अपने प्रस्ताव पर कायम हैं, गेंद अब पूरी तरह से कब्ज़ा करने वाले के हाथ में है।”
दोनों पक्ष बिना किसी समझौते के लौट गये
मिस्र सरकार से जुड़े मीडिया आउटलेट अल-काहिरा ने गुरुवार को बताया कि समझौते पर दो दिनों की बातचीत के बाद दोनों पक्षों के प्रतिनिधिमंडल काहिरा से लौट आए हैं। अल-काहिरा के मुताबिक, मध्यस्थ मिस्र, कतर और अमेरिका अभी भी 7 महीने से चल रहे युद्ध को रोकने की कोशिश कर रहे हैं।
हमास ने प्रस्ताव स्वीकार कर लिया
सोमवार को हमास ने कहा कि उसने मध्यस्थों द्वारा रखे गए युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है. हालाँकि इज़राइल हमास द्वारा रखी गई शर्तों से सहमत नहीं था। हमास समझौते में गाजा से इजरायली सेना की वापसी, युद्ध से विस्थापित फिलिस्तीनियों की वापसी, एक स्थायी युद्धविराम और इजरायल में हिरासत में लिए गए फिलिस्तीनी कैदियों के बंधकों की अदला-बदली शामिल थी। लेकिन इस प्रस्ताव को नेतन्याहू के कार्यालय ने ‘इजरायल की आवश्यक मांगों से दूर’ बताकर खारिज कर दिया. जिसके बाद समझौते पर बातचीत के लिए दोनों पक्षों की ओर से प्रतिनिधिमंडलों को काहिरा भेजा गया था.
कहां फंस रहा है मामला?
इज़राइल लंबे समय से स्थायी युद्धविराम का विरोध कर रहा है और इस बात पर ज़ोर दे रहा है कि उसे हमास को ख़त्म करने का काम पूरा करना होगा। हमास स्थायी युद्धविराम और गाजा से इजरायली सेना की पूर्ण वापसी और गाजा के पुनर्निर्माण पर अड़ा हुआ है। इस कारण यह युद्ध लम्बा खिंचता है।