दिल्ली में बन रहे केदारनाथ मंदिर का गंगोत्री तीर्थ पुरोहितों ने किया विरोध

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उत्तरकाशी, 16 जुलाई (हि.स.)। दिल्ली के बुराड़ी स्थित हिरंकी में श्री केदारनाथ धाम के प्रतीकात्मक मंदिर बनाने का विरोध शुरू हो गया है। चारों धामों में तीर्थ पुरोहित सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे हैं। बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि केदारनाथ धाम के नाम से मंदिर स्थापित किए जाने या चार धाम के नाम से मंदिर स्थापना का पुरजोर विरोध किया जाएगा। भगवान शिव के नाम पर मंदिर स्थापना का कोई विरोध नहीं है लेकिन केदारनाथ के नाम से मंदिर स्थापित किए जाने का विरोध जारी रहेगा। गंगोत्री और यमुनोत्री में तीर्थ पुरोहितों, पंडा समाज और पुजारी आदि स्थानीय लोगों ने धरना-प्रदर्शन किया। संजीव सेमवाल, परमानंद सेमवाल, कृष्णा नंद सेमवाल, शिवास सेमवाल, अरूण सेमवाल, अवधेश सेमवाल, संदीप सेमवाल, अखिल सेमवाल, श्री प्रकाश सेमवाल, जमुना प्रसाद, सत्या प्रसाद, राजेश सेमवाल आदि ने प्रर्दशन किया है।

उधर तीर्थ पुरोहितों के बढ़ते आंदोलन को देख खुद मुख्यमंत्री ने बात की है। उन्होंने आंदोलन समाप्त करने का अनुरोध किया। जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री की वार्ता के बाद तीर्थ पुरोहितों ने आंदोलन स्थगित करने का ऐलान किया है। उनका कहना है कि यदि प्रदेश सरकार दिल्ली में बना रहे केदारनाथ धाम के निर्माण को बंद नहीं करती है तो आंदोलन तेज किया जाएगा। कोर्ट की भी शरण ली जाएगी।

इस मामले में देश के बड़े संत भी इसके विरोध में हैं। शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि केदारनाथ धाम हमारे बारह ज्योतिर्लिंग में एक हैं। उनका पता सिर्फ हिमालय में बताया गया है। उनके नाम पर कोई मंदिर का निर्माण किया जाना और हूबहू वैसा ही मंदिर बनाना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि हम भगवान शिव के मंदिर बनाने का विरोध नहीं करते लेकिन केदारनाथ धाम की प्रति बनाकर यह कहना कि जो वहां नहीं जा सकते, यहां आकर पूजा कर लें, ये उचित नहीं है।