सतलुज नदी में बहकर पाकिस्तान पहुंचे दोस्तों को सजा पूरी होने के बाद भी नहीं किया गया रिहा, परिवार परेशान

23 09 2024 1 9407629

सतलुज नदी में डूबकर पाकिस्तान पहुंचे दोस्तों के परिजनों को सात माह की सजा पूरी होने के बावजूद रिहा नहीं किया गया है। एक दोस्त का बेटा भी पाकिस्तान जाकर मर गया. दोनों के परिवारों ने सरकार से अपने बेटों की रिहाई की गुहार लगाई. गौरतलब है कि 14 महीने पहले बेट क्षेत्र के गांव परजियां बिहारीपुर के 27 वर्षीय हरविंदर सिंह पुत्र मुख्तियार सिंह और गांव खैरा मुस्तरखा के 34 वर्षीय रतनपाल सिंह भुलेखे सतलुज नदी पार कर पाकिस्तान पहुंच गए थे। सतलुज हुसैनीवाला बॉर्डर के पास पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. रविवार को खैरा मुस्तरखा की सुरजीत कौर ने बताया कि वे अपने पति रतनपाल सिंह और दोस्त हरविंदर सिंह के साथ फिरोजपुर के पास के गांव हुसैनीवाला में रहने वाले रिश्तेदारों के पास यह कहकर गए थे कि हरविंदर के रिश्तेदारों का सामान सतलुज में बह गया है.

नदी के लिए जा रहा हूँ अगले दिन गांव पहुंची पुलिस ने बताया कि ये दोनों पाकिस्तान चले गये हैं. जहां उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने राज्य सरकार के प्रति अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि सरकार ने उनकी सार-संभाल तक नहीं ली. उसने उन्हें यह भी नहीं बताया कि उसका पति किस जेल में है और किस हालत में है. इसी तरह गांव परजियां बिहारीपुर के हरविंदर सिंह का परिवार भी गहरे सदमे में है। हरविंदर सिंह की पत्नी स्कंदर ने कहा कि उनकी जमीन भी सतलुज नदी में गिर गई है. पति पाकिस्तानी जेल में है. ऐसे में दोनों बच्चों का एक साथ पालन-पोषण करना मुश्किल हो गया है. उन्होंने कहा कि उनके पति और दोस्त को गलती से पाकिस्तान में प्रवेश करने के लिए सात महीने की सजा सुनाई गई थी. सात माह बीत गए, लेकिन उन्हें रिहा नहीं किया गया।