आईजीएमसी अस्पताल से महिला का बैग चोरी करता पूर्व सरक्षा कर्मी सीसीटीवी में कैद

Himachal Pradesh, 8 जुलाई (हि.स.)।राजधानी शिमला स्थित राज्य के प्रतिष्ठित अस्पताल आईजीएमसी में आए दिन चोरी की घटनाएं सामने आ रही हैं और अस्पताल प्रशासन मूक बना हुआ है। ऐसे में अस्पताल में तैनात सुरक्षाकर्मियों की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। ताज़ा घटना में आईजीएमसी में एक महिला का बैग चोरी होने का सीसीटीवी फुटेज वायरल हुआ है। इसमें एक शख्स किसी महिला का बैग लेकर आया और एक कमरे के कोने में जाकर बैग में रखे पर्स से नकदी निकाल ली। आरोपी बैग को फेंककर मौके से फरार हो गया।

चौंकाने वाली बात यह है कि सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दे रहा शख्स कोई और नहीं बल्कि आईजीएमसी अस्पताल का ही पूर्व सुरक्षाकर्मी है, जिसे कोविड के दौरान अच्छा व्यवहार ना होने के चलते नौकरी से निकाल दिया गया था।

चोरी का यह मामला पिछले दिनों का है, लेकिन इसका वीडियो अभी वायरल हुआ है। दरअसल शिमला जिला के कुमारसैन से 65 वर्षीय महिला उपचार के लिए आईजीएमसी आई थी। अस्पताल की नई ओपीडी में दोपहर 12 बजे के करीब जब महिला डॉक्टर को चेकअप करवा रही थी, तभी महिला ने बैग को टेबल पर रख दिया था। इसी बीच आरोपी ने बैग उठाया और एक कमरे में जाकर बैग से नकदी निकाली और बैग को वहीं छोड़कर फरार हो गया। इस घटना में महिला के बैग में रखे पर्स से 13 हजार रुपए चोरी हुए थे। इसके बाद महिला ने चोरी को लेकर सदर थाना अंतर्गत लक्कड़ बाजार पुलिस चौकी में एफआईआर दर्ज करवाई थी।
दिलचस्प बात यह है कि पुलिस इस मामले के आरोपी को अब तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है।

आईजीएमसी सुरक्षा अधिकारी सुमन कॉल का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज में बैग चुराने वाला जो युवक दिख रहा है वह आईजीएमसी में पहले सुरक्षा गार्ड था। इस घटना से आईजीएमसी के सुरक्षा प्रबंधों पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। अस्पताल प्रबंधन सीसीटीवी की लगातार मोनिटरिंग करता है और ऐसी हरकतें सामने आने पर मौके पर ही आरोपी को गिरफ्त में लिया जाता है। लेकिन।अस्पताल प्रबन्धन को न तो चोरी की भनक लगी और न ही अब तक चोर को पकड़ा जा सका।

इस मामले में अस्पताल के एमएस डॉ. राहुल रॉव का कहना है कि सभी सुरक्षाकर्मियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे चाेरी की घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करें, ताकि मरीजों और तीमारदारों को किसी तरह की कोई दिक्कत न हो।

बता दें कि आईजीएमसी शिमला में मौजूदा समय में 150 सुरक्षाकर्मी तैनात हैं लेकिन यहां पर मरीजों व तीमारदारों की सुरक्षा राम भरोसे है। सुरक्षा कर्मी यहां डॉक्टरों की ड्यूटी में ही व्यस्त रहते हैं। नई कंपनी से करार होने के बाद सुरक्षाकर्मियों को यहां पर एमएस, डिप्टी एमएस व कई कार्यालयों में रखा गया है।