Manmohan Singh passes away: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह का आज गुरुवार को 92 साल की उम्र में निधन हो गया। यह जानकारी एम्स दिल्ली ने दी है। मनमोहन सिंह भारतीय राजनीति के एक प्रमुख नेता और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ सदस्य थे। उन्हें गुरुवार शाम को तबीयत बिगड़ने के बाद गंभीर हालत में एम्स दिल्ली में भर्ती कराया गया था। सिंह इस साल की शुरुआत में राज्यसभा से रिटायर हुए थे, जिससे उनका 33 वर्षों का कार्यकाल समाप्त हुआ। प्रियंका गांधी और पार्टी के अन्य नेता भी शाम को पहले ही एम्स दिल्ली पहुंच गए थे।
AIIMS, नई दिल्ली ने निधन की दी जानकारी
AIIMS, नई दिल्ली ने जारी बयान में कहा, “अत्यंत दुःख के साथ हम भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के 92 वर्ष की आयु में निधन की सूचना देते हैं। उम्र से संबंधित बीमारियों के कारण उनका इलाज चल रहा था। वे 26 दिसंबर 2024 को घर पर अचानक बेहोश हो गए थे। घर पर ही उन्हें तुरंत फिर से जीवित करने के उपाय शुरू किए गए। उन्हें रात 8:06 बजे एम्स, नई दिल्ली के मेडिकल इमरजेंसी में लाया गया। तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका और रात 9:51 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।”
प्रधानमंत्री मोदी समेत कई नेताओं ने दी प्रतिक्रिया
डॉ मनमोहन सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई दिग्गज नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “भारत अपने सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में से एक डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन पर शोक मना रहा है। साधारण पृष्ठभूमि से उठकर वे एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री बने। उन्होंने वित्त मंत्री सहित विभिन्न सरकारी पदों पर कार्य किया और वर्षों तक हमारी आर्थिक नीति पर अपनी गहरी छाप छोड़ी। संसद में उनके हस्तक्षेप भी बहुत ही व्यावहारिक थे। हमारे प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए व्यापक प्रयास किए।”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने क्या कहा?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “निस्संदेह, इतिहास आपका न्याय विनम्रता से करेगा, डॉ. मनमोहन सिंह जी! पूर्व प्रधानमंत्री के निधन से भारत ने एक दूरदर्शी राजनेता, एक बेदाग ईमानदारी वाले नेता और एक बेमिसाल अर्थशास्त्री को खो दिया है। आर्थिक उदारीकरण और अधिकार-आधारित कल्याण प्रतिमान की उनकी नीति ने करोड़ों भारतीयों के जीवन को गहराई से बदल दिया, वस्तुतः भारत में एक मध्यम वर्ग का निर्माण किया और करोड़ों लोगों को गरीबी से बाहर निकाला।”
मैंने एक मार्गदर्शक खो दिया: राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, “मनमोहन सिंह जी ने बहुत ही बुद्धिमत्ता और ईमानदारी के साथ भारत का नेतृत्व किया। उनकी विनम्रता और अर्थशास्त्र की गहरी समझ ने पूरे देश को प्रेरित किया। श्रीमती कौर और उनके परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं। मैंने एक मेंटर और गाइड खो दिया है। हममें से लाखों लोग जो उनके प्रशंसक थे, उन्हें अत्यंत गर्व के साथ याद करेंगे।”
गृह मंत्री अमित शाह ने भी किया ट्वीट
इसके अलावा, गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन की सूचना अत्यंत दुःखद है। भारतीय रिजर्व बैंक में गवर्नर से लेकर देश के वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री के रूप में डॉ. मनमोहन सिंह जी ने देश की शासन व्यवस्था में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। दुःख की इस घड़ी में उनके परिजनों व समर्थकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ। वाहेगुरु जी उनकी आत्मा को सद्गति प्रदान करें और उनके परिवारजनों को यह दुःख सहने की शक्ति दें।”
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लिखा है, “पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह नहीं रहे। उन्होंने आरबीआई के गवर्नर और भारत के वित्त मंत्री के रूप में कार्य किया था। 1991 का माइलस्टोन बजट पेश किया जिसने भारतीय अर्थव्यवस्था को उदार बनाया। सभी के द्वारा सम्मानित, वे मृदुभाषी और सौम्य थे। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदना।”
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, “पूर्व प्रधानमंत्री और प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री डॉ मनमोहन सिंह जी के निधन से बहुत दुःख हुआ। भारत के आर्थिक सुधारों में उनके योगदान ने राष्ट्र के लिए विकास का एक नया मार्ग प्रशस्त किया। एक राजनीतिक दिग्गज, उनकी बुद्धिमत्ता, विनम्रता और सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण ने उन्हें राजनीतिक स्पेक्ट्रम में सम्मान और प्रशंसा दिलाई। इस दुख की घड़ी में उनके परिवार, दोस्तों और शुभचिंतकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएँ। ओम शांति!”
उद्योग जगत के दिग्गजों ने भी जताया शोक
महिंद्रा एंड महिंद्रा के मालिक आनंद महिंद्रा ने कहा, “अलविदा डॉ. मनमोहन सिंह। आपने इस देश से प्यार किया। और इसके लिए आपकी सेवा को लंबे समय तक याद रखा जाएगा। ओम शांति।”
अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से बहुत दुख हुआ। इतिहास 1991 के उन क्रांतिकारी सुधारों में उनकी अहम भूमिका को हमेशा याद रखेगा, जिन्होंने भारत को नया रूप दिया और दुनिया के लिए इसके दरवाजे खोले। एक ऐसे विरल नेता, जिन्होंने नरमी से बात की, लेकिन अपने कार्यों से बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं, डॉ सिंह का जीवन नेतृत्व, विनम्रता और राष्ट्र सेवा का एक आदर्श उदाहरण है और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।”
बायोकॉन समूह की अध्यक्ष किरण मजूमदार-शॉ ने लिखा है, “दो बार प्रधानमंत्री रहे और भारत के आर्थिक सुधारों के निर्माता मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया – वे एक विद्वान अर्थशास्त्री और उच्च निष्ठा वाले व्यक्ति थे। एक ऐसे प्रधानमंत्री जिनके कारण हम अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार कर पाए। ओम शांति।”
डॉ मनमोहन सिंह भारत के पूर्व प्रधानमंत्री थे, और उन्हें एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री के रूप में भी जाना जाता है। उन्होंने भारत की राजनीति और अर्थव्यवस्था में अहम योगदान दिया है। उन्होंने 1991 में भारत के वित्त मंत्री के रूप में अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की और उनके नेतृत्व में भारत ने आर्थिक सुधारों की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाए।
1991 के आर्थिक संकट के बाद मनमोहन सिंह ने आर्थिक उदारीकरण की नीतियों की शुरुआत की, जिसने भारतीय अर्थव्यवस्था को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बना दिया। उन्होंने निजीकरण, आयात-निर्यात नीति में सुधार, और विनिवेश की दिशा में कदम उठाए। 2004 से 2014 तक वे भारत के प्रधानमंत्री रहे। उनके कार्यकाल में भारत ने कई आर्थिक, सामाजिक, और राजनैतिक सुधार किए।