न्याय के लिए बैरिकेडिंग पर चढ़ गए पूर्व विधायक के पिता, प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा


भीलवाड़ा, 9 मई (हि.स.)। भीलवाड़ा से मांडलगढ़ से विधायक रहे विवेक धाकड़ की मौत के बाद परिवार आपसी विवाद में उलझ गया है। गुरुवार को धाकड़ के पिता कन्हैयालाल और बहन दीपशिक्षा ज्ञापन देने जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां विवेक के पिता पूर्व जिला प्रमुख कन्हैयालाल धाकड़ बैरिकेडिंग पर चढ़ गए। धाकड़ परिवार ने कलेक्ट्रेट पर अपनी ताकत दिखाई। सुबह 11 बजे बड़ी संख्या में लोगों ने कलेक्ट्रेट की तरफ रवानगी ली। पुलिस ने जिला कलेक्ट्रेट परिसर के चारों तरफ बैरिकेडिंग की। लोगों ने कलेक्ट्रेट को घेर लिया। बड़ी संख्या में महिलाएं भी थीं।

गुरुवार को मांडलगढ़, बिजोलिया और कोटा क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग मोदी ग्राउंड में जुटे। यहां से एक रैली के रूप में जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन किया। दोपहर दो बजे तक विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी होती रही। कलेक्टर व एसपी से मुलाकात कर परिवार ने ज्ञापन दिया।

धाकड़ के पिता और बहन समेत पांच लोगों को अंदर जाने की अनुमति दी गई। इस दौरान बहन दीपशिखा ने कहा कि हम भीलवाड़ा एसपी और कलेक्टर को ज्ञापन देने आए हैं। हमने एक महीने पहले भाई (दिवंगत पूर्व विधायक विवेक धाकड़) की पत्नी पद्मिनी और उसके सहयोगियों के खिलाफ एक महीने पहले शिकायत दी थी। हम मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं। पुलिस और प्रशासन जल्द अपराधी पद्मिनी व अन्य के खिलाफ कार्रवाई करे।

विवेक धाकड़ के पिता कन्हैयालाल पर उनकी पोती अवनी ने मां-बेटी को पीटकर घर से निकालने के आरोप को लेकर दीपशिखा ने कहा कि कोई भी दादा अपने परिवार को घर से नहीं निकालता। पद्मिनी और उनकी बहनों ने बदतमीजी की थी। पद्मिनी ने बेटी अवनी को हथियार बनाया। वीडियो सोशल मीडिया पर डाला। यह दुखद है। भाई विवेक के जाने के बाद यह घर की लड़ाई नहीं रही है। यह समाज की लड़ाई हो गई है। घर की लड़ाई होती तो घर में रहती। पद्मिनी इसे सड़क पर ले आई हैं। उन्होंने कहा था कि धाकड़ समाज की औकात नहीं है। मेरे पिता का कोई मान-सम्मान नहीं है। वे मेरे भाई के निधन के लिए मेरे पिता को दोष दे रही हैं।

कन्हैयालाल धाकड़ ने कहा कि पूरे मामले का पर्दाफाश होना चाहिए। अपराधियों (पद्मिनी और सहयोगियों) को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। इससे समाज में सकारात्मक संदेश जाएगा। मेरे बेटे ने हमेशा न्याय की लड़ाई लड़ी। मैं भी न्याय की लड़ाई लड़ रहा हूं । मुझे न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है। मेरे बेटे को न्याय मिलेगा। धाकड़ परिवार ने बताया कि विवेक धाकड़ की मौत चार अप्रैल को हुई थी। एसपी राजन दुष्यंत को 25 अप्रैल को लिखित में शिकायत दी थी। पांच मई को मांडलगढ़ थाने में भी शिकायत दी। इसके बाद भी अब तक मामले में कुछ भी खुलासा नहीं हुआ है। गुरुवार को नाराज धाकड़ समाज ने जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया है।