जम्मू, 7 जुलाई (हि.स.)। पूर्व मंत्री डॉ. मनोहर लाल शर्मा ने सत्तारूढ़ राजनीतिक दल की तीखी आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि इसने जम्मू-कश्मीर में स्थानीय निवासियों की आय के तरीके को बुरी तरह प्रभावित किया है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि रेत, बजरी, शराब की दुकानों और पार्किंग स्थलों जैसी आवश्यक सेवाओं के ठेके बाहरी लोगों को आवंटित किए जा रहे हैं, जिससे स्थानीय लोगों की आजीविका पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
बिलावर निर्वाचन क्षेत्र में एक सार्वजनिक सभा में बोलते हुए, डॉ. शर्मा ने जम्मू-कश्मीर के बाहर के व्यक्तियों को महत्वपूर्ण सरकारी पदों और विश्वविद्यालय के पदों के आवंटन पर चिंता व्यक्त की और इसे स्थानीय लोगों को हाशिए पर रखने की साजिश करार दिया। उन्होंने 2014 से चुनावों की अनुपस्थिति की निंदा करते हुए इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया और केंद्र सरकार से बिना देरी किए विधानसभा चुनाव कराने का आग्रह किया।
डॉ. शर्मा ने बिलावर में बिगड़ते बिजली और पानी के संकट, बिगड़ते बुनियादी ढांचे और संपत्ति कर और बढ़े हुए बिजली बिलों जैसे मुद्दों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने भाजपा पर बेरोजगारी और महंगाई से निपटने में विफल रहने, विभाजनकारी राजनीति करने और समाज के गरीब और हाशिए पर पड़े वर्गों के कल्याण की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने और लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए तत्काल सरकारी कार्रवाई की मांग की।