गौरव वल्लभ के इस्तीफे पर बोले पूर्व कांग्रेस नेता, सच्चा सनातनी कांग्रेस में नहीं रह सकते

कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने आज पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही कहा कि मैं सनातन के खिलाफ नारे नहीं लगा सकता. उनके इस बयान के बाद कांग्रेस से ही बीजेपी में शामिल हुए नेता की प्रतिक्रिया सामने आई है.

साँचा सनत कांग्रेस में नहीं रह सकते-आचार्य

गौरतलब है कि गौरव वल्लभ कई महीनों से पार्टी की ओर से किसी भी कार्यक्रम में हिस्सा नहीं ले रहे थे, इसके अलावा उन्होंने लंबे समय से कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस भी नहीं की थी. इस मामले में पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी गौरव के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने लिखा कि एक सच्चा ‘सनातनी’ कांग्रेस में नहीं रह सकता.

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी इसी वजह से इस्तीफा दिया था

अहम बात ये है कि गौरव वल्लभ की तरह आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी पार्टी को अलविदा कह दिया. कांग्रेस से निकाले जाने के बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम की पहली प्रतिक्रिया तब सामने आई जब उन्होंने एक पोस्ट में राहुल गांधी को टैग करते हुए लिखा, ‘राम और राष्ट्र पर कोई सहमति नहीं हो सकती. गौरतलब है कि आचार्य प्रमोद कृष्णम को कांग्रेस से इस वजह से निकाला गया है क्योंकि वह सनातन धर्म, बीजेपी और पीएम मोदी के पक्ष में बयान देते रहे हैं.

 

 

 

कौन हैं आचार्य प्रमोद कृष्णम?

आचार्य प्रमोद कृष्णम का जन्म 4 जनवरी 1965 को उत्तर प्रदेश के संभल में एक त्यागी परिवार में हुआ था। वह कांग्रेस के टिकट पर दो बार लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। पार्टी ने उन्हें 2014 में संभल और 2019 में लखनऊ से मैदान में उतारा। दोनों बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा. वह कांग्रेस की उत्तर प्रदेश सलाहकार परिषद का हिस्सा थे, जिसका गठन तत्कालीन यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा की सहायता के लिए किया गया था।