पहली बार दिल्ली में आम आदमी पार्टी को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा

Sandeep Dixit On Kejriwal Attack

12 साल के राजनीतिक करियर में पहली बार दिल्ली में आम आदमी पार्टी को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है। पार्टी के नेता और उनके सर्वेसर्वा अरविंद केजरीवाल इस समय किसी भी बयान देने की स्थिति में नहीं हैं। इस बीच, नई दिल्ली सीट से केजरीवाल को चुनौती देने वाले संदीप दीक्षित ने आप के संयोजक पर तीखा हमला किया। उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि दिल्ली को कोई नहीं हरा सका, बल्कि दिल्ली ने अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री के पद से हटा दिया है। इस बार जनता ने उनके कुशासन और भ्रष्टाचार के खिलाफ वोट दिया है।

शीला दीक्षित के बेटे और नई दिल्ली सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार संदीप दीक्षित ने कहा, “मुझे नहीं पता कि केजरीवाल को दिल्ली के हालात का कितना अंदाजा है। अगर वह कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ते तो भी हार जाते। मैं उन्हें बता दूं, दिल्ली की जनता ने उन्हें हराने का मन बना लिया था।” संदीप ने आगे कहा कि अगर 7-8 नहीं, बल्कि 10 पार्टियां भी चुनाव में उतरतीं, तो भी केजरीवाल हार जाते।

संदीप दीक्षित ने कहा कि केजरीवाल की हार तय थी। अगर वह यह सब बचना चाहते थे, तो उन्हें पिछले तीन सालों में किए गए गलत कामों से बचना चाहिए था। कांग्रेस नेता ने कहा, “वह जिस तरह से विपक्ष और कांग्रेस के नेताओं को गाली देते थे, अगर वह यह सब बंद कर देते, शराब घोटाले और शीशमहल जैसे उल्टे काम न करते, तो शायद बात कुछ और होती। इस बार उनके कुशासन और भ्रष्टाचार के खिलाफ वोट पड़े हैं।”

कांग्रेस की हार पर बात करते हुए संदीप दीक्षित ने कहा, “हमने जो मुद्दे उठाए, उससे एक एंटी-आम आदमी लहर बनी। बीजेपी ने शीशमहल और कुछ और मुद्दे उठाए, लेकिन सरकारें ऐसे मुद्दों से नहीं बदलतीं।” उन्होंने आगे कहा, “वोटरों ने हमें बताया कि AAP और कांग्रेस 2024 में साथ लड़े थे, तो क्या भरोसा है कि इस बार भी दोनों साथ आ जाएं। लोग केजरीवाल से घृणा करने लगे थे, उनका चेहरा भी देखना नहीं चाहते थे। दलित और मुसलमान भी अब AAP को वोट नहीं देना चाहते थे।”