आर्थिक उन्नति के लिए: उत्तर कोने में रखें ये एक चीज, मिलेगा आर्थिक लाभ

आर्थिक उन्नति के लिए: वास्तुशास्त्र के अनुसार ईशान कोण दिशा को उत्तर-पूर्व दिशा भी कहा जाता है। यह घर का सबसे पवित्र स्थान माना जाता है। यह दिशा देवी-देवताओं का निवास स्थान मानी जाती है। इसलिए यह स्थान अत्यंत पवित्र एवं पावन माना जाता है।

आपको बता दें कि अगर उत्तर-पूर्व दिशा में देवी-देवताओं की पूजा विधिपूर्वक की जाए तो व्यक्ति को अच्छे फल की प्राप्ति हो सकती है। सौभाग्य में भी वृद्धि हो सकती है. अब ऐसे में इस दिशा में शंख रखने का विशेष महत्व बताया गया है। आइए इस लेख में ज्योतिषी पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं कि इस दिशा में शंख रखने का क्या महत्व है?

उत्तर-पूर्व दिशा का क्या महत्व है?
उत्तर-पूर्व कोने को देवताओं का निवास स्थान माना जाता है। इस दिशा में पूजा स्थल स्थापित करने से देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-शांति आती है। यह दिशा बृहस्पति ग्रह से संबंधित है जिसे ज्ञान और बुद्धि का कारक माना जाता है। उत्तर-पूर्व कोने को सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश द्वार माना जाता है। इसलिए इस दिशा को साफ रखना बहुत जरूरी है। उत्तर-पूर्व का संबंध धन और समृद्धि से है। इस दिशा में तिजोरी रखने से आर्थिक स्थिति बेहतर होती है। उत्तर-पूर्व दिशा को पूजा और ध्यान के लिए सबसे शुभ स्थान माना जाता है।

उत्तर-पूर्व दिशा में शंख रखने से क्या लाभ होता है?
ईशान कोण में शंख रखना शुभ माना जाता है। एक शंख में जल भरें और उसमें कुछ तुलसी के पत्ते रखें। शंख को देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु का प्रतीक माना जाता है। उत्तर-पूर्व कोने में शंख रखने से सकारात्मक ऊर्जा आती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है। इससे घर और कार्यस्थल पर शांति और समृद्धि का माहौल बनता है। उत्तर-पूर्व का संबंध धन और समृद्धि से है। इसलिए इस दिशा में शंख रखने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। उत्तर-पूर्व दिशा में शंख बजाने से मानसिक तनाव दूर होता है और मन शांत रहता है।

उत्तर-पूर्व दिशा में शंख की पूजा कैसे करें?
सबसे पहले शंख को पानी से अच्छे से धो लें। फिर शंख में थोड़ा सा गंगाजल डालें और उसमें तुलसी के पत्ते डाल दें। शंख को कुछ देर के लिए ढककर रख दीजिए. फिर बाजोट को उत्तर-पूर्व दिशा में रखें और उस पर लाल कपड़ा बिछा दें। बाजोट पर शंख रखें. शंख का मुख पूर्व दिशा की ओर रखें। शंख के पास घी का दीपक जलाएं। इससे व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति हो सकती है।