गुरुग्राम, 13 मई (हि.स.)। गुरुग्राम में अपराध की दुनिया में अपना वर्चस्व कायम करने के लिए सक्रिय लॉरेंस बिश्नोई एवं रोहित गोदारा गिरोह के पांच शार्प शूटर्स को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। इन शूटरों के कब्जे से विदेशी हथियार व 51 जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं।
एसटीएफ गुरुग्राम यूनिट को पांच माह पूर्व सूचना मिली थी कि लॉरेंस बिश्नोई व रोहित गोदारा गैंग गुरुग्राम जिले में अपना वर्चस्व कायम करने की तैयारी कर रहा है। उसके गैंग का एक पार्टनर जिला भिवानी के गांव देवसर निवासी दिनेश उर्फ दिनु गुरुग्राम जिला के फर्रूखनगर क्षेत्र में वाई-फाई का काम कर रहा है। गिरोह के सदस्य अपनी पहचान छिपाकर वाई-फाई सर्विस उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराने का काम शुरू किया है। दिनेश वाई-फाई के काम की आड़ में गैंग के सदस्यों को फर्रूखनगर में अपने किराये के मकान पर बुलाता है और वे यहां कई-कई दिन तक ठहरते हैं। वह उन्हें वित्तीय सहायता देने के साथ अवैध हथियार भी देता है।
एसआईटी ने इस सूचना को गोपनीय रख कर आरोपित तक पहुंचने की योजना बनाई और उसके संबंधित ठिकाने पर छापेमारी करके आरोपित दिनेश उर्फ दिनु को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने दिनेश के पास से एक विदेशी पिस्टल व कई जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं।
एसआईटी के अनुसार दिनेश से जानकारी मिली कि गिरोह के चार शार्प शूटर पंजाब के अबोहर में गए हुए हैं। वहां गांव खांटवा में गैंग का पार्टनर जगदीश उर्फ जग्गू पुत्र अमीचन्द गैंग के सदस्यों को फरारी कटवाने के साथ ही उन्हें वित्तीय सहायता उपलब्ध करता है। एसटीएफ टीम ने बिना देरी किए अबोहर में छापेमारी की। एसटीएफ ने वहां से जगदीश उर्फ जग्गू पुत्र अमीचन्द निवासी गांव खांटवा, विष्णु पुत्र दनाराम निवासी गांव खांटवा, सागर पुत्र सुरेश निवासी गांव पैगाम हाल कौशी जिला मथुरा और प्रदीप पुत्र संजय निवासी समसपुर दिल्ली को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ ने इन बदमाशों के पास से चार विदेशी हथियार और कई जिंदा कारतूस भी बरामद किए। गिरफ्तार में लिए गए बदमाशों ने खुलासा किया कि वे अपने गिरोह के मुखिया के निर्देश पर पंजाब, राजस्थान व हरियाणा में वारदातों को अंजाम देने निकले थे।