रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद बाल्टिक देशों पर रूसी हमले की आशंका: फिनलैंड और नाटो सतर्क

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रूस-यूक्रेन के बीच जारी तीन साल लंबे युद्ध ने यूरोप में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। इस दौरान रूस ने यूक्रेन के भीतरी इलाकों तक मिसाइलों और ड्रोन से हमला कर भारी तबाही मचाई है। अब उत्तरी यूरोप में फिनलैंड और उसके पड़ोसी बाल्टिक देशों पर संभावित रूसी हमले की आशंका जताई जा रही है। फिनलैंड के प्रमुख अखबार इल्तालेहटी और नाटो के सूत्रों के अनुसार, रूस फिनलैंड समेत अन्य बाल्टिक देशों पर हमला करने की योजना बना रहा है।

फिनलैंड पर संभावित खतरा

फिनलैंड की सरकारी रक्षा रिपोर्ट और नाटो के सूत्रों के हवाले से यह दावा किया गया है कि रूस फिनलैंड और उसके आसपास के क्षेत्रों में हमला कर सकता है।

  • रिपोर्ट के मुताबिक:
    • रूस, फिनलैंड के उत्तरी क्षेत्र लैपलैंड और इवालो हवाई अड्डे पर कब्जा कर सकता है।
    • कोला प्रायद्वीप पर तैनात रूसी मिसाइल बल, फिनलैंड को निशाना बना सकते हैं।
    • दक्षिणी और दक्षिणपूर्वी तटरेखाओं पर रूसी मिसाइल हमले की संभावना है।

बाल्टिक देशों पर बढ़ा खतरा

नाटो सूत्रों ने यह भी बताया कि रूस, एस्टोनिया, लातविया और लिथुआनिया जैसे बाल्टिक देशों को भी निशाना बना सकता है।

  • रूस की छठी सेना:
    • एस्टोनिया और लातविया की राजधानियों पर हमला करके उन्हें तोड़ने की कोशिश कर सकती है।
    • लिथुआनिया पर हमले के जरिए रूस, कलिनिनग्राद और बेलारूस के बीच एक भूमि गलियारे की स्थापना करना चाहता है।
  • सुवालकी कॉरिडोर:
    • यह गलियारा नाटो की रणनीतिक रक्षा का महत्वपूर्ण हिस्सा है। रूस इस पर कब्जा करने की योजना बना सकता है।

2017 के सैन्य अभ्यास का हवाला

रिपोर्ट में 2017 में रूस द्वारा किए गए जैपैड सैन्य अभ्यास का जिक्र है, जिसमें पुतिन की सेना ने नॉर्वे, फिनलैंड, और बाल्टिक देशों पर छद्म हमले का अभ्यास किया था।

  • यह दिखाता है कि मॉस्को की आक्रमण योजनाएं केवल अभ्यास तक सीमित नहीं हैं।
  • विशेषज्ञों का मानना है कि यूक्रेन युद्ध के बाद रूस इन देशों को अपना अगला टारगेट बना सकता है।

बफर जोन की रणनीति

रूस की संभावित रणनीति में उत्तरी फिनलैंड और नॉर्वे में बफर जोन का निर्माण शामिल है।

  • बाल्टिक सागर से काला सागर तक नियंत्रण:
    • रूस की योजना आर्कटिक से लेकर भूमध्यसागर तक एक सुरक्षा क्षेत्र बनाने की हो सकती है।
  • नाटो पर असर:
    • यह रणनीति नाटो के पूर्वी हिस्सों पर रूस की पकड़ को मजबूत कर सकती है।

पुतिन की विस्तारवादी मंशा

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन लंबे समय से पुराने रूसी साम्राज्य की पुनर्स्थापना की इच्छा जाहिर कर चुके हैं।

  • 17वीं शताब्दी के रूसी साम्राज्य को आदर्श मानते हुए, पुतिन यूरोप के कई हिस्सों पर ऐतिहासिक दावा कर सकते हैं।
  • यह उनकी भू-राजनीतिक दृष्टि का हिस्सा है, जिसे उन्होंने यूक्रेन युद्ध के दौरान स्पष्ट किया है।

स्वीडन और फिनलैंड की प्रतिक्रिया

  • स्वीडन के सशस्त्र बलों के पूर्व प्रमुख मिकेल बायडेन के अनुसार,

    “रूस का दीर्घकालिक लक्ष्य बाल्टिक सागर पर नियंत्रण स्थापित करना हो सकता है।”

  • फिनलैंड के रक्षा बलों ने कहा है कि सैन्य अभ्यास किसी भी सेना का सामान्य हिस्सा है और इसे संभावित हमले के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।

नाटो और यूरोप की तैयारी

  • नाटो ने अपने सदस्य देशों को मास्को के इन संभावित इरादों के प्रति सतर्क रहने की चेतावनी दी है।
  • नाटो के पूर्वी हिस्से पर किसी भी हमले को रोकने के लिए रणनीतिक उपायों पर विचार किया जा रहा है।