ग्वालियर, 3 जुलाई (हि.स.)। लोक सेवा केन्द्रों से आम आदमी निर्धारित समय-सीमा में सेवाएँ उपलब्ध कराएँ। समय-सीमा निकलने पर संबंधित पदाविहित अधिकारी से अर्थदण्ड वसूलकर और संबंधित आवेदक को दिलाया जाए। यह निर्देश कलेक्टर रुचिका चौहान ने बुधवार को अंतरविभागीय समन्वय बैठक में संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने जिले के सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्र के लोक सेवा केन्द्रों का निरीक्षण करें और सरकार की मंशा के अनुरूप आम लोगों को समय-सीमा में सेवाएँ उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
यहाँ कलेक्ट्रेट में बुधवार को हुई बैठक में कलेक्टर ने सीएम हैल्पलाइन, एक पेड़ माँ के नाम वृक्षारोपण अभियान, शासकीय प्रयोजनों के लिये जमीन का आवंटन, स्कूली वाहनों की फिटनेस जाँच, नए कानूनों के संबंध में प्रशिक्षण, माफी-औकाफ के मंदिर परिसरों में श्रद्धालुओं के लिए बुनियादी सुविधाओं का विकास व ग्रामीण सड़क परिवहन सहित राज्य शासन के प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों की समीक्षा की। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार, अपर कलेक्टर अंजू अरुण कुमार व टीएन सिंह, विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी एवं जिले के सभी एसडीएम मौजूद थे।
हर नगरीय निकाय में “अंकुर उपवन” विकसित करें
कलेक्टर रुचिका चौहान ने बैठक में सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्र के नगरीय निकायों के अविकसित उद्यानों में सुनियोजित ढंग से पौधरोपण कर उन्हें “अंकुर उपवन” के रूप में विकसित कराएँ। अगले 15 दिन के भीतर यह काम धरातल पर दिखना चाहिए। उन्होंने सभी एसडीएम को अपने-अपने क्षेत्र के अंकुर उपवनों की सूची जिला पंचायत सीईओ को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
पौधा रोपते हुए माँ के साथ सेल्फी भेजी जाएँ
सरकार और समाज के साझा प्रयासों से जिले में “एक पेड़ माँ के नाम” के तहत गाँव-गाँव व कस्बे-कस्बे में वृहद स्तर पर वृक्षारोपण कराने के निर्देश भी कलेक्टर ने बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि प्रयास ऐसे हों जिससे लोग स्वप्रेरणा से पौधे रोपें और अपनी माँ के साथ पौधा रोपते हुए सेल्फी लें। ऐसी सेल्फी जिला स्तर पर भेजी जाएँ।
कलेक्ट्रेट के कर्मचारी अपने माता-पिता के साथ करेंगे पौधरोपण
कलेक्ट्रेट में संचालित विभिन्न कार्यालयों में पदस्थ शासकीय सेवक कलेक्ट्रेट की पहाड़ी पर अपने माता-पिता के साथ सामूहिक रूप से पौधरोपण करेंगे। अंतरविभागीय समन्वय बैठक में कलेक्टर ने कहा कि शासकीय सेवक अपने माता – पिता को आदरपूर्वक कलेक्ट्रेट लेकर आएँ, उन्हें अपने कार्य स्थल का भ्रमण कराएँ। साथ ही कलेक्ट्रेट की पहाड़ी पर एक साथ पौधे रोपें और सेल्फी लें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कलेक्ट्रेट पहाड़ी पर वृक्षारोपण के लिये स्थल तैयार करने के निर्देश बैठक में दिए।
किसानों से “मौसम एप” डाउनलोड कराएँ
मौसम के बदलाव के प्रति किसान भाई सजग होकर अपनी खेती-बाड़ी कर सकें, इसके लिये जिले के ज्यादा से ज्यादा किसानों से “मौसम एप” डाउनलोड कराया जाए। अंतरविभागीय समन्वय बैठक में कलेक्टर ने जानकारी दी कि “मौसम एप” पर अगले पाँच दिनों के मौसम के बारे में लगातार अलर्ट आते रहते हैं। इसलिए सभी एसडीएम विभागीय अधिकारियों के समन्वय से अधिकाधिक किसानों के मोबाइल फोन में यह एप डाउनलोड कराएँ।
ग्रामीण पब्लिक ट्रांसपोर्ट की संभावनायें तलाशें
कलेक्टर रुचिका चौहान ने बैठक में क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को निर्देश दिए कि सरकार की मंशा के अनुरूप जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के प्रमुख मार्गों पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट शुरू करने की संभावनायें तलाशें। उन्होंने परिवहन सूत्रीयकरण व्यवस्था के तहत जिले के ग्रामीण मार्गों का सर्वे कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिये क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को निर्देश दिए।
पुरानी बावड़ियों व कुओं को पेयजल के लिये उपयोगी बनाएँ
कलेक्टर ने बैठक में कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत प्रमुखता के साथ पुरानी बावड़ियों व कुओं का जीर्णोद्धार कर उन्हें फिर से पेयजल के लिये उपयोगी बनाने का काम प्रमुखता से किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि ग्वालियर जिले के सभी नगरीय निकायों व ग्रामीण अंचलों में ऐसी बावड़ियों व कुओं को चिन्हित करें, जिन्हें थोड़े से प्रयासों से पेयजल के लिये उपयोगी बनाया जा सके।
शासकीय प्रयोजन के लिये जमीन आवंटन में देरी न हो
अंतरविभागीय समन्वय बैठक में कलेक्टर ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि शासकीय प्रयोजन के लिये विभिन्न विभागों को तत्परता से जमीन आवंटन की कार्रवाई की जाए। यदि विभाग द्वारा दिए गए प्रस्ताव में दर्शाए गए खसरे में सरकारी जमीन उपलब्ध न हो तो राजस्व अधिकारी अपने क्षेत्र में दूसरी जगह जमीन ढूंढकर विभाग को उपलब्ध कराएँ। कलेक्टर ने एक बार फिर से सर्वे कर खुले बोर व कुओं को सुरक्षित करने के लिये भी सभी एसडीएम को निर्देशित किया।
स्कूली वाहनों की फिटनेस की जाँच बारीकी से करें
कलेक्टर ने क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को निर्देश दिए कि जिले के सभी स्कूलों से संबद्ध वाहनों की फिटनेस की जाँच बारीकी से कराएँ। इसमें जरा सी भी रियायत न हो। उन्होंने प्रावधानों के अनुसार स्कूली बस में इमरजेंसी विंडो, अटेण्डर, फर्स्ट एड बॉक्स सहित सभी प्रकार की सुविधायें भी उपलब्ध रहना चाहिए।
आपदा प्रबंधन की संयुक्त मॉकड्रिल कराएँ
बरसात एवं अन्य प्राकृतिक आपदाओं को ध्यान में रखकर एहतियात बतौर संयुक्त मॉकड्रिल कराने के निर्देश भी कलेक्टर ने बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि एसडीआरएफ व एनडीआरएफ के दल संयुक्त रूप से इस मॉकड्रिल में भाग लें। कलेक्टर ने आपदा प्रबंधन सामग्री का सत्यापन करने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए।