फतेहाबाद, 28 नवंबर (हि.स.)। रतिया में इंडसइंड बैंक के साथ मिलकर काम कर रही फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी द्वारा लाखों का गबन करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि कर्मचारी ने लोन की राशि महिलाओं से एकत्रित की और उसे कम्पनी में जमा नहीं करवाया। इस मामले में पुलिस ने गुरुवार काे कंपनी के मैनेजर की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में पंजाब के संगरूर जिले के गांव भिंडरा निवासी गोबिंद सिंह ने कहा है कि वह रतिया में भारत फाइनेंशियल इंक्लुजन लि. इंडसइंड बैंक, ब्रांच रतिया में बतौर मैनेजर काम करता है। उनकी कंपनी को इंडसइंड बैंक द्वारा अपने बिजनैस कारसपोंडेंट के रूप में नियुक्त किया गया है।
उनका बैंक ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में महिलाओं को लोन देकर उनकी सहायता प्रदान करती है। गांव मलवाला निवासी गगनदीप सिंह काफी समय से उनकी कम्पनी में फील्ड स्टाफ के पद पर पैसा बांटने और रिकवरी का काम करता था। उनकी कम्पनी द्वारा शहर व गांवों में स्वयं सहायता समूह चलाने वाली महिलाओं के लोन पास किए हुए थे। आरोपी गगनदीप सिंह ने 16 महिलाओं से अपने पद का दुरूपयोग करते हुए झूठ बोलकर बड़ा लोन मंजूर करने का झांसा देकर कुछ महिलाओं से जो लोन चल रहा था, उसके साथ पैसे कैश ले लिए और कुछ महिलाओं से किश्त के रूप में पैसे लेकर ब्रांच में जमा नहीं करवाए।
इस पर कुछ महिलाओं ने उनसे पूछा कि उनका बड़ा लोन कब आएगा। इस पर उसे शक हुआ तो उसने महिलाओं से पूछताछ की। इसमें पता चला कि गगनदीप सिंह द्वारा कम्पनी में काफी राशि का गबन किया गया है। इसके बाद कम्पनी द्वारा ऑडिट करवाया गया तो पता चला कि गगनदीप सिंह ने 2 लाख 58 हजार 486 रुपये की राशि इकट्ठा की और इसे कम्पनी में जमा करवाने की बजाय अपने पास रख लिया है। इसके बाद जब गगनदीप सिंह से बात की गई तो उसने यह राशि बैंक को देने से मना कर दिया। इस पर मैनेजर द्वारा इस बारे पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई गई। इस मामले में पुलिस ने आरोपी गगनदीप सिंह के खिलाफ गबन के आरोप में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।