ग्रामीण सड़कों के निर्माण में एफडीआर तकनीक पर्यावरण के अनुकूल: केशव प्रसाद मौर्य

लखनऊ, 15 मार्च (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत निर्मित की जा रही सड़कों में एफडीआर (फुल डेप्थ रिक्लेमेशन) तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पीएमजीएसवाई की सड़कों के निर्माण में अधिक से अधिक एफडीआर तकनीक का उपयोग किया जाय। पीएमजीएसवाई की सड़कों के निर्माण में एफ०डी०आर० टैक्नोलॉजी लागू एवं क्रियान्वित करने वाला उत्तर प्रदेश अग्रणी राज्य है।

उत्तर प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण से प्राप्त जानकारी के अनुसार एफ०डी०आर० तकनीक सड़कों के निर्माण में प्रति किमी० लगभग 100 ट्रक (1600 क्यूबिक मीटर) एग्रीगेट तथा इस एग्रीगेट के सापेक्ष ट्रान्सर्पाटेशन में प्रति किमी० लगभग 12000 लीटर डीजल/फ्यूल की बचत हो रही है और एफ०डी०आर० तकनीक से निर्मित मार्गों की लागत कन्वेंशनल तकनीक से बने मार्गों की लागत से लगभग 20 प्रतिशत कम होती है।

एफ०डी०आर० तकनीक से कार्बन फुट प्रिन्ट को कम किया जा रहा है तथा यह तकनीक पर्यावरण के अनुकूल है। उत्तर प्रदेश मार्ग निर्माण की ग्रीन/न्यू टैक्नोलॉजी फुल डेप्थ रिक्लमेशन के क्रियान्वयन में अग्रणी है तथा देश में फुल डेप्थ रिक्लमेशन (एफ०डी०आर० टैक्नोलॉजी) लागू एवं क्रियान्वित करने वाला प्रथम राज्य है। देश के समृद्ध विकास में ग्रामीण मार्गों की अहम भूमिका है।