फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) भारतीय निवेशकों के लिए एक सुरक्षित और भरोसेमंद विकल्प है। इसमें निवेशक को पहले से तय ब्याज दर और समयावधि के अनुसार रिटर्न मिलता है। यह विकल्प उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो अपनी बचत को सुरक्षित रखते हुए स्थिर रिटर्न प्राप्त करना चाहते हैं। यहां देश के टॉप 10 बैंकों द्वारा वर्तमान में ऑफर की जा रही FD दरों की जानकारी दी गई है।
टॉप 10 बैंक और उनकी FD दरें
बैंक का नाम | सामान्य नागरिक (ब्याज दर) | वरिष्ठ नागरिक (ब्याज दर) | विशेष अवधि |
---|---|---|---|
HDFC बैंक | 7.4% | 7.9% | 5 साल की FD |
कोटक महिंद्रा बैंक | 7.4% | 7.9% | 390-391 दिन |
फेडरल बैंक | 7.4% | 7.9% | 777 दिन |
SBI (स्टेट बैंक) | 7.0% | 7.5% | 2-3 साल |
कर्नाटक बैंक | 7.50% | 7.75% | – |
बैंक ऑफ बड़ौदा | 7.3% | 7.8% | 400 दिन |
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया | 7.3% | 7.8% | 456 दिन |
RBL बैंक | 8.0% | 8.5% | – |
बंधन बैंक | 8.05% | 8.55% | – |
इंडसइंड बैंक | 7.99% | 8.49% | – |
FD की खासियतें
फिक्स्ड डिपॉजिट को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने कुछ महत्वपूर्ण दिशानिर्देश जारी किए हैं:
- छोटी राशि पर पेनल्टी फ्री विदड्रॉल:
- ₹10,000 से कम राशि पर पेनल्टी फ्री विदड्रॉल की अनुमति है।
- गंभीर बीमारी में राहत:
- गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के मामलों में पूरी FD का पैसा निकालने की सुविधा।
प्रीमैच्योर विदड्रॉल और पेनल्टी
प्रीमैच्योर विदड्रॉल का मतलब FD की मैच्योरिटी से पहले पैसा निकालना है।
- इसके लिए बैंक आमतौर पर 0.5% से 1% तक का पेनल्टी चार्ज लगाते हैं।
- यह पेनल्टी अलग-अलग बैंकों की नीतियों पर निर्भर करती है।
फिक्स्ड डिपॉजिट क्यों फायदेमंद है?
- सुरक्षित निवेश:
- बाजार की अनिश्चितताओं से मुक्त।
- गैर-जोखिम भरा रिटर्न:
- मिड और लॉन्ग-टर्म FD पर अधिक ब्याज दर।
- लचीलापन:
- छोटी और बड़ी राशि दोनों के लिए निवेश के विकल्प।
- वरिष्ठ नागरिकों को विशेष लाभ:
- वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज दरें अधिक होती हैं।