फतेहाबाद, 11 मार्च (हि.स.)। विजिलेंस की टीम ने सोमवार को फतेहाबाद में छापेमारी कर जिला कल्याण अधिकारी को एक युवक से रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इस मामले में पुलिस ने एक बिचौलिये को भी पकड़ा है। आरोपी द्वारा इस रिश्वत की मांग रविंद्र सिंह नामक बिचौलिये के माध्यम से की जा रही थी। विजिलेंस के डीएसपी जुगल किशोर ने बताया कि गांव एमपी रोही निवासी संदीप ने इस बारे विजिलेंस को शिकायत की थी।
अपनी शिकायत में गांव एमपी रोही निवासी संदीप ने कहा था कि उसने कुछ साल पहले एक अनुसूचित जाति की लडक़ी से शादी की थी। इस पर उसने सरकार द्वारा अंतरजातीय विवाह शगुन योजना के तहत अनुदान के लिए फार्म भरा था। संदीप पिछले 2 सालों से अनुदान राशि के लिए चक्कर काट रहा था। इस पर गांव के ही रविन्द्र नामक युवक ने उसकी बात जिला कल्याण अधिकारी से करवाई। रविन्द्र का उक्त अधिकारी के कार्यालय में आना-जाना था। संदीप ने कहा कि अनुदान राशि की एवज में अधिकारी द्वारा उससे 50 हजार रुपये रिश्वत की मांग की गई थी। डीएसपी ने बताया कि 3 मार्च को संदीप के खाते में योजना के तहत पैसे आए थे। इसमें से 10 हजार की राशि आरोपी द्वारा 7 मार्च को रविंद्र सिंह नामक निजी व्यक्ति के माध्यम से पहले ही ली जा चुकी थी।
इसके बाद रिश्वत की 40 हज़ार रुपये की शेष राशि की मांग आरोपी द्वारा की गई। इस पर संदीप ने विजिलेंस को शिकायत कर दी। विजिलेंस टीम ने सूचना के आधार पर आरोपी को पकडऩे के लिए जाल बिछाया। सोमवार को संदीप बिचौलिये रविन्द्र के साथ जिला कल्याण अधिकारी लालचंद से मिला और जैसे ही रिश्वत के पैसे दिए तो विजिलेंस ने छापेमारी कर उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी करते हुए जांच पड़ताल की जा रही है। इस मामले में आरोपी के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम द्वारा सभी आवश्यक सबूत जुटाते हुए मामले की जांच की जा रही है।