फतेहाबाद, 3 अगस्त (हि.स.)। साइबर अपराधी अपराध करने के हर दिन नए नए तरीके अपना रहे हैं। आमजन के जागरूक होने से ही साइबर अपराधियों के चंगुल में आने से बचा जा सकता है। पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी ने शनिवार को लोगों को जागरूक करते हुए बताया कि साइबर अपराधों से बचने के लिए जागरुकता व सतर्कता ही सबसे बड़ा हथियार है।
आमजन को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करने हेतु पुलिस द्वारा समय समय पर अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। आमजन को साइबर अपराधों से बचने के लिए सचेत रहना होगा। इसके बावजूद भी साइबर क्राइम के शिकार होते हैं तो तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन नम्बर 1930 पर काल करें। 1930 पर तुरंत शिकायत करने पर आपका पैसा सुरक्षित वापिस आ सकता है। फोन पर पहचान वाले या अनजान व्यक्ति द्वारा पैसे भेजने के मैसेज के बारे में पूरी जांच पड़ताल करे। अगर कोई अपरिचित व्यक्ति किसी एप्लीकेशन को डाउनलोड करने के लिए कहता है तो एप्लीकेशन डाउनलोड न करें। किसी भी व्यक्ति के साथ अपने बैंक डिटेल, एटीएम कार्ड नंबर, कार्ड की एक्सपायरी एवं कार्ड पर पीछे लिखे तीन डिजिट के सीवीवी नंबर को किसी के साथ शेयर न करें।
किसी अपरिचित नंबर से आए किसी भी मैसेज, व्हाट्सएप मैसेज, लिंक या फोटो पर क्लिक न करें। नेटवर्क को 5-जी नेटवर्क में शिफ्ट करने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले से सुरक्षित रहें। साइबर ठग अधिकारियों और प्रभावशाली लोगों की फोटो को सोशल मीडिया का प्रयोग कर धोखाधडी कर रहे हैं, सावधान रहें। व्हाट्सएप पर किसी भी अज्ञात नम्बर से आई किसी भी प्रकार की विडियो या ऑडियो कॉल को रिसीव ना करें। टेलीग्राम ऐप के माध्यम से घर बैठे पैसे कमाने के लुभावने ऑफर के लालच में ना आएं। ई-चालान का मैसेज आए तो ं सावधान रहे, दिए गये लिंक को ना खोलें । इनकम टैक्स रिफंड के लिए बैंक खाता वेरीफाई करने का मैसेज आए तो दिए गये लिंक को ना खोलें। व्हाट्सएप पर अज्ञात नंबर से आई किसी भी ऑडियो/वीडियो कॉल को रिसीव ना करे। ऑनलाइन कस्टमर केयर नम्बर गुगल पर सर्च करने की बजाय कंपनी या संस्था की वेबसाइट पर सर्च करें।