जींद, 7 जून (हि.स.)। अभिनेत्री कंगना रनौत को चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर थप्पड़ जड़ने वाली सीआईएसएफ कांस्टेबल कुलविंद्र कौर को उचाना के किसान धरने पर सम्मानित करेंगे। उचाना उपमंडल कार्यालय पर चल रहे धरने पर शुक्रवार को बैठक में यह निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया।
उचाना उपमंडल कार्यालय पर धरना के दौरान संयोजक आजाद पालवां की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। बैठक में पालवां ने कहा कि कुलविंद्र कौर के कंगना को थप्पड़ मारने की गूंज पूरी दुनिया तक पहुंची है। उन्होंने कहा कि रिहा होने के बाद कुलविंद्र को उचाना धरने पर बुलाकर सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कंगना रनौत अब भी जो बयान दे रही हैं कि पंजाब में उग्रवाद, आतंकवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। इससे कुलविंद्र कौर की भावनाओं को ठेस पहुंची थी। किसी की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना, किसी की मां-बाप को गाली देना सही नहीं। उन्होंने कहा कि हम कुलविंद्र कौर के पक्ष में खड़े है, उसको सैल्यूट भी करते है। बदतमीज व बदजुबान नेता को सबक सिखाने का काम किया। राजनेताओं ने अपनी जुबान पर कंट्रोल नहीं किया तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। अब एक क्रांति का आगाज हो चुका है। राजनेताओं को भी अपनी जुबान पर कंट्रोल करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि 13 महीने तक किसान आंदोलन चला। उस दौरान किसानों को कभी आतंकवादी, माओवादी और खालिस्तानी तक कहा गया। हम सरकार को चेतावनी भी देते हैं कि कानून से बाहर आकर इस बेटी के खिलाफ कोई भी कार्यवाही की तो सहन नहीं होगी। बैठक में किसान नेत्री सिक्किम सफा खेड़ी ने कहा कि कंगना रनौत ने किसान आंदोलन के दौरान कहा था कि धरने पर किसान, मजदूरों की महिलाएं बैठी हैं, वो 100-100 रुपये लेकर आई हैं। ऐसे बयान देकर उन्होंने हिंदुस्तान की मां-बहन का अपमान किया था। हम सरकार से मांग करते है कि कुलविंद्र कौर की नौकरी को बहाल किया जाए।
इस बैठक में शीला छात्तर, बीरा करसिंधु, पाला बड़ौदा, मिया सिंह दरोली, पवन मोर, रामफल, बलिंद्र, जंगीर, टेकराम, मेवा और जोधाराम मौजूद रहे।