सीएसए में मशरुम की खेती पर होगा छह दिवसीय प्रशिक्षण, लाभान्वित होंगे किसान

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कानपुर, 13 दिसंबर (हि.स.)। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) लगातार किसानों से जुड़ी समस्याओं और उसके निस्तारण के लिए लगातार सेमिनार का आयोजन कर रहा है। इसी क्रम में विश्वविद्यालय स्थित मशरुम शोध एवं विकास केंद्र पादप रोग विज्ञान विभाग के अंतर्गत छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 16 दिसंबर से 21 दिसंबर 2024 तक किया जा रहा है। इसके अंतर्गत मशरुम की खेती करने वाले इच्छुक लोग मशरुम से जुड़ी जानकारी को साझा कर सकते हैं।

चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ० आनंद कुमार सिंह के निर्देश के क्रम में विश्व विद्यालय स्थित मशरूम शोध एवं विकास केंद्र पादप रोग विज्ञान विभाग के अंतर्गत 6 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम किया जा रहा है। मशरूम शोध केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ एस.के.विश्वास ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में कोई भी व्यक्ति (कृषक, छात्र या शहरी लोग) जो मशरूम की खेती या व्यवसाय करना चाहते हैं तो यह उनके लिए सुनहरा अवसर है। क्योंकि मशरूम एक ऐसी सब्जी है जिसे बंद कमरे में भी उगाया जा सकता है साथ ही इसके रखरखाव पर भी विशेष ध्यान देना होता है। इसीलिए एक ही छत के नीचे इसकी खेती से लेकर व्यवसाय करने तक की जानकारी दी जाएगी। यहां से प्रशिक्षण प्राप्त कर लोग एस्टर, बटन या मिल्की मशरूम की खेती शुरू कर सकते हैं।

आगे बताया कि छह दिनों तक चलने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम में विस्तार से प्रशिक्षणार्थियों को तकनीकी सलाह उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही प्रशिक्षण के दौरान मशरूम उगाने के विभिन्न प्रकार के प्रयोग (प्रैक्टिकल) भी कराए जाएंगे। इस प्रशिक्षण का हिस्सा बनने के लिए इछुक व्यक्ति एक हजार रुपये जमा कर, एक पासपोर्ट साइज फोटो, आधार कार्ड की फोटो कॉपी देकर अपना पंजीकरण करा सकता है। यदि प्रशिक्षण लेने वाला कानपुर के बाहर से आया है तो उसे रुकने के लिए इधर उधर भटकने की जरूरत नहीं है। वह रजिस्ट्रेशन शुल्क के साथ रहने का भी शुल्क जमा कर सकता है। इसके साथ ही स्पेशल कार्यक्रम में छात्र किसान ग्रामीण या शहर का व्यक्ति या पुरुष इस प्रशिक्षण का हिस्सा बन सकता है। साथ ही प्रशिक्षण लेने वाले व्यक्ति काे प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा।