हमीरपुर में किसान के बेटे को यूपीएससी एग्जाम में मिली 816वीं रैंक

हमीरपुर, 17 अप्रैल (हि.स.)। हमीरपुर जिले के एक गांव के छोटी सी उम्र के युवक ने यूपीएससी एग्जाम में 816वीं रैंक हासिल कर नाम रोशन किया है। खेती किसानी से ताल्लुक रखने वाले युवक की सफलता की कहानी भी बड़ी रोचक है। माता-पिता की मौत के बाद भाइयों ने इसका सपना साकार करने के लिए पूरी मदद की। फिलहाल इसे भारतीय राजस्व विभाग अलाट होगा।

हमीरपुर जिले के मुस्करा थाना क्षेत्र के गहरौली गांव निवासी पवन पाल शुरू से पढ़ने लिखने में अव्वल रहा है। इसके पिता खेतीबाड़ी करते थे। पवन चार भाइयों में सबसे छोटा है। बड़ा भाई राम सिंह गांव में रहते हैं, जबकि राजेश सिंह गुजरात में व्यापार करता है। एक भाई गांव में खेतीबाड़ी करते है। बड़े भाई राम सिंह क्षेत्र पंचायत सदस्य मुस्करा है जो एक राजनैतिक दल का बड़ा पदाधिकारी भी है। पवन पाल ने दसवीं तक पढ़ाई गांव के गोविन्द इण्टरकालेज से की जबकि बारहवीं की पढ़ाई कानपुर से की। ये विज्ञान वर्ग का छात्र रहा है जिसने 98 फीसदी अंक हासिल कर गांव का नाम रोशन किया था। दिल्ली में जेएनयू से इसने ग्रेजुएट किया। वहीं बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से सोशिलाँजी से मास्टर डिग्री हासिल की। पवन ने यूपीएससी की एग्जाम के लिए दिल्ली में तैयारी की थी। पिछले साल इसने एग्जाम भी दिया था। यूपीएससी एग्जाम के परिणाम आने के बाद पवन के परिवार और गांव में खुशी का माहौल है। पवन की उम्र अभी महज 26 साल ही है। जा अभी अविवाहित है।

मां और पिता की मौत के बाद प्रयागराज व दिल्ली में की थी तैयारी

माता पिता की मौत के बाद पवन पाल को उच्च शिक्षा मुहैया कराने के लिए पूरी मदद की। बड़े भाई राम सिंह ने बुधवार को बताया कि पवन जब एक साल की उम्र का था तब मां का निधन हो गया था। जबकि पिता मलखान पाल की मौत 2017 में हो गई थी। बताया कि यूपीपीसीएस की परीक्षा के लिए पवन को प्रयागराज में तैयारी कराई गई थी। इसने एग्जाम भी पास कर लिया था और दिव्यांग कल्याण अधिकारी गोंडा के पद पर नौकरी भी ये छह माह से कर रहा है। बताया कि गोंडा में नौकरी में रहते हुए यूपीएससी एग्जाम की तैयारी दिल्ली में कराई गई है।

आईएएस अफसर बनने का सपना साकार करने को फिर से होगी तैयारी

यूपीएससी एग्जाम में 816वीं रैंक हासिल करने वाले पवन पाल ने बताया कि लगातार बारह घंटे तक यूपीपीएससी परीक्षा के लिए तैयारी की गई है। लेकिन इस बार रैंक कम आने पर उन्हें भारतीय राजस्व विभाग एलाट होगा। बताया कि बचपन से भाईयों और खुद ने आईएएस अफसर बनने का सपना देखा है जिसे साकार करने के लिए फिर से तैयारी की जाएगी। बड़े भाई राम सिंह ने बताया कि पवन सबसे छोटा भाई है जिसे आईएएस अफसर बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जाएंगे। इसे आगामी यूपीएससी की परीक्षा के लिए तैयारी कराई जाएगी।