फतेहाबाद, 1 नवंबर (हि.स.)। धान कटाई के बाद रबी फसलों की बिजाई की तैयारी कर रहे किसानों को इन दिनों डीएपी खाद के संकट से जूझना पड़ रहा है। डीएपी की डिमांड के मुताबिक आपूर्ति न होने से किसानों में काफी रोष है। किसान संगठन डीएपी की कमी को लेकर प्रशासन को अवगत करवा चुके हैं लेकिन प्रशासन द्वारा कोई कदम न उठाने से किसान स्वयं ही डीएपी की कालाबाजारी करने वालों पर नजर रख रहे हैं।
जिले के भट्टू क्षेत्र में दीपावली की देर रात को किसानों ने उस समय हंगामा कर दिया, जब उन्होंने खाद से भरी दो ट्रैक्टर ट्रालियों को भट्टू से फतेहाबाद जाते समय पकड़ लिया। किसानों का आरोप है कि डीएपी खाद की कालाबाजारी के उद्देश्य से रातोंरात सैंकड़ों बैग दूसरी जगह भेजे जा रहे थे। किसानों द्वारा हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई और डीएपी खाद से लदी दोनों ट्रालियों को भट्टू थाने ले गई और शुक्रवार को डीएपी को लेकर जांच पड़ताल की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार वीरवार को दीवाली के दिन सैकड़ाें किसान भट्टू मंडी में डीएपी खाद के लिए सहकारी व निजी खाद बिक्री केंद्रों के बाहर इकट्ठा हुए थे। अधिकतर किसानों को दिनभर लाइनों में लगे रहने के बावजूद खाद नहीं मिली तो त्यौहार के चलते वे वापस लौट गए। इसी दौरान देर रात जब सभी अपने घरों पर त्योहार मनाने में जुटे थे। इस बीच पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति की भट्टू टीम को सूचना मिली कि भारी मात्रा में डीएपी खाद भट्टू से बाहर की तरफ ले जाई जा रही है। इस पर किसान काफी संख्या में भट्टू के फतेहाबाद रोड पर पेट्रोल पंप के पास पहुंचे और दो ट्रैक्टर ट्रालियों को रुकवा लिया, जिसमें 300 से ज्यादा डीएपी के बैग भरे हुए थे। किसानों का कहना है कि इस खाद को दूसरी जगह भेजा जा रहा है ताकि ब्लैक में खाद को महंगे दाम में बेचा जा सके। किसान को कल दिनभर लाइनों में लगना पड़ा, इसके बावजूद बहुत लोगों को खाद नहीं मिली, लेकिन इतनी भारी मात्रा में खाद अब ट्रालियों में लोड कर बाहर भेजी जा रही है। किसानों के हंगामे की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल के लिए दोनों ट्रैक्टर ट्रालियों को भट्टू पुलिस अपने साथ थाना ले गई। पुलिस मामले में जांच कर रही है।