फरहान अख्तर की 2013 में रिलीज हुई फिल्म ‘भाग मिल्खा भाग’ न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्टर हिट रही, बल्कि यह उनकी करियर की सबसे बड़ी फिल्मों में से एक बन गई। महान एथलीट मिल्खा सिंह की जिंदगी पर बनी इस फिल्म का बजट सिर्फ 41 करोड़ रुपये था, लेकिन इसने बॉक्स ऑफिस पर करीब 170 करोड़ रुपये का वर्ल्डवाइड कलेक्शन किया।
फरहान अख्तर की अद्भुत परफॉर्मेंस और बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन को काफी सराहा गया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस फिल्म के लिए फरहान को असली मोटिवेशन मिल्खा सिंह से नहीं, बल्कि एक न्यूज रिपोर्टर से मिला था?
जब रिपोर्टर ने फरहान के कास्टिंग पर उठाया सवाल
फरहान अख्तर ने एक इंटरव्यू में बताया कि जब फिल्म की ऑफिशियल अनाउंसमेंट चंडीगढ़ में हुई, तब वहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस रखी गई थी।
रिपोर्टर का सवाल:
“हाय राकेश, मैं आपसे पूछना चाहती हूं कि आपने इस रोल के लिए फरहान अख्तर को क्यों चुना? क्योंकि वह पंजाबी नहीं हैं। आपने किसी पंजाबी एक्टर को क्यों नहीं लिया?”
इस सवाल पर फिल्म के डायरेक्टर राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने शालीनता से जवाब देते हुए कहा:
“हम इस किरदार के लिए बेस्ट एक्टर चाहते थे, इसलिए हमने फरहान को कास्ट किया।”
लेकिन यह सवाल फरहान के दिमाग में गूंजने लगा।
फरहान अख्तर को इस सवाल ने अंदर तक झकझोर दिया
फरहान अख्तर ने बताया कि प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म हो गई, लेकिन वह सवाल उनके दिमाग से नहीं निकला।
“मुझे लगा कि यह सही भी हो सकता है। पंजाबी एक्टर्स तो हैं, फिर मुझे क्यों लिया गया? यह सवाल मुझे अंदर तक हिला गया। मुझे लगा कि मुझे इस सोच को गलत साबित करना ही होगा। यह मेरी लाइफ की एंबिशन बन गई। मैं हर हाल में इस किरदार को परफेक्ट तरीके से निभाऊंगा।”
इसके बाद फरहान ने खुद को पूरी तरह से इस रोल में झोंक दिया। उन्होंने मिल्खा सिंह की लाइफस्टाइल, बॉडी लैंग्वेज, बोलने का तरीका और ट्रेनिंग हर चीज को पूरी तरह से आत्मसात कर लिया।
फिल्म की रिलीज के बाद फरहान ने रिपोर्टर को कहा ‘शुक्रिया’
जब ‘भाग मिल्खा भाग’ रिलीज हुई और सुपरहिट साबित हुई, तब फरहान अख्तर एक बार फिर चंडीगढ़ गए। वहां फिल्म की स्क्रीनिंग रखी गई थी, जिसमें मिल्खा सिंह और उनके परिवार के साथ प्रेस भी मौजूद थी।
फरहान अख्तर ने उस महिला रिपोर्टर को ढूंढा और उससे मिले।
फरहान अख्तर ने कहा:
“मैंने उस रिपोर्टर से कहा- बहुत-बहुत शुक्रिया! क्योंकि आपके उस सवाल ने मुझे इतनी ऊर्जा दी कि मैं यहां पर वापस आकर आपका सामना कर सकूं और अपने किरदार के साथ न्याय कर सकूं।”
यह कहानी साबित करती है कि कभी-कभी आलोचना भी इंसान को आगे बढ़ने और अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने की प्रेरणा दे सकती है। फरहान अख्तर ने न सिर्फ ‘भाग मिल्खा भाग’ में जान डाल दी, बल्कि उन्होंने यह भी साबित कर दिया कि एक सच्चा कलाकार भाषा या क्षेत्र से नहीं, बल्कि अपनी मेहनत और काबिलियत से पहचाना जाता है।