नारायणपुर, 1 सितंबर (हि.स.)। जिले के अबूझमाड़ में 29 अगस्त काे अलग-अलग गांवों में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ़ एक बड़ा अभियान चलाया था। इस अभियन के दाैरान मुठभेड़ में 18 लाख के इनामी तीन महिला नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया था तथा कई हथियार, विस्फाेटक तथा नक्सल सामग्री जब्त किया है। वहीं दूसरी तरफ ग्रामीणों ने आराेप लगाया है कि ओरछा ब्लॉक के ग्राम पंचायत कोंगे निवासी बुरसू पद्दा, ग्राम मरकाबेड़ा के रघु और राजेश नुरुटी, कोड़ोनार गांव के सैनु पद्दा, चैतू पद्दा और सन्नू पद्दा एवं ग्राम पंचायत गोम्मे के आदनार गांव के रहने वाले रामजी पददा, कांडे नुरूटी, पंडरु पददा, मूका पददा, मनकू पददा, सुकदेव पद्दा सहित कुल 12 ग्रामीणाें को गिरफ़्तार कर अपने साथ ले गई है। इसके साथ ही ग्रामीणाें ने जवानों पर घरों में घुसकर तलाशी लेने और उनके रोजमर्रा के सामानों को नष्ट करने का भी आरोप लगाया है।
ग्रामीणों का यह भी कहना है कि इस दाैरान जब गांव की कुछ महिलाओं ने सुरक्षा बलों का पीछा किया तब उन्हें रोकने के लिए डराया धमकाया गया। लेकिन जब इसका ग्रामीण महिलाओं पर कोई असर नहीं हुआ तब जवानों ने नाले में गोलियां चलाई, इससे घबराकर महिलाएं अपने घर वापस लौट गईं। इसके बाद ग्रामीणों ने कई किलोमीटर पैदल सफर करके छोटे बेठिया इलाके में बेचाघाट संघर्ष समिति जहां ग्रामीणाें का आंदोलन स्थल है उनसे संपर्क कर मीडिया के माध्यम से पकड़े गए ग्रामीणों को छोड़ने के लिए शासन-प्रशासन से गुहार लगाई है। ग्रामीणों ने यह भी दावा किया है कि जिन 12 ग्रामीणाें को पुलिस पकड़कर ले गई है उनमें कुछ लोगों की मानसिक स्थिति ठीक नहीं हैं।