ब्लैकलिस्ट का क्या मतलब है?
नए नियम लागू होने के बाद एक डेटाबेस तैयार किया जाएगा. इसमें उन सभी लोगों के नाम होंगे जो फर्जी सिम का इस्तेमाल कर रहे हैं या उनकी आईडी पर कोई गलत गतिविधि हो रही है। यह भी कहा गया है कि डेटाबेस को टेलीकॉम ऑपरेटरों के साथ साझा किया जाएगा। ऐसा करने से टेलीकॉम विभाग और कंपनियों के लिए फर्जी यूजर्स को पकड़ना आसान हो जाएगा। बता दें कि पहले इन नियमों के जल्द लागू होने की खबरें थीं, लेकिन टेलीकॉम ऑपरेटर्स के अनुरोध पर इन्हें लागू करने की तारीख बढ़ा दी गई थी।