आस्था : भगवान भोलेनाथ को मनाने गंगाजल ले चले कांवडिये

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धौलपुर, 3 अगस्त (हि.स.)। मन में भगवान भोलेनाथ के प्रति अगाध श्रद्वा। कांधे पर पवित्र गंगाजल से भरी कांवड और फिंजा में गूंजता बम-बम का जयघोष। धौलपुर शहर से होकर गुजर रहे आगरा-मुंबई नेशनल हाईवे पर कांवडियों की मौजूदगी से इन दिनों यही नजारा देखने को मिल रहा है। उत्तरप्रदेश एवं उत्तराखंड के साथ ही पूर्वी राजस्थान के सिंह द्वार कहे जाने वाले धौलपुर जिले तथा आसपास के चंबल क्षेत्र में कांवड लाने की पुरानी पंरपरा है। कावंड से गंगतीर्थों से लाये गये गंगाजल से भगवान भोलेनाथ का अभिषेक करके श्रद्वालु खेद को कृतार्थ अनुभव करते हैं।

सावन का महीना शुरू होते ही कांवडिए भगवान शिव को मनाने चल पडे हैं। सावन महीने में यह श्रद्वालु भगवान शिव को गंगाजल अर्पित करते हैं। सावन के मौके पर शिव मंदिरों में भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना हो रही है। सावन का महीना लगते ही हरिद्वार समेत अन्य तीर्थों से कांवडियों के वापस लौटने का क्रम इन दिनों चल रहा है। कांवडिए जनपद तथा आसपास के इलाकों में स्थित शिव मंदिरों पर कांवड से भगवान शिव को गंगाजल अर्पित कर रहे हैं। पूर्वी राजस्थान के तहत आने वाले धौलपुर, भरतपुर, अलवर, करौली तथा सवाईमाधोपुर समेत कई जनपदों तथा समीपवर्ती मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश में कांवड लाने की परंपरा सालों पुरानी है। यही वजह है कि इन दिनों आगरा मुम्बई नेशनल हाईवे समेत अन्य राज मार्गों पर कावंडियों की चहल पहल देखने को मिल रही है।

धौलपुर में शिव भक्तों तथा कई अन्य संस्थाओं ने कावंडियों के लिए विश्राम तथा जलपान की व्यवस्था भी की है। सावन के महीने में शहर के ऐतिहासिक चोपडा महादेव मंदिर, निहालेश्वर मंदिर, मार्कण्येश्वर मंदिर, अचलेश्वर महादेव मंदिर, शिव बगिया, पेचवाले हनुमान मंदिर,नारायणेश्वर महादवे मंदिर और चिमना जी का बाग स्थित प्राचीन मंदिरों पर भक्तों का तांता लग रहा है। सावन के पहले सोमवार के मौके पर शहर के शिव मंदिरों पर रोशनी की गई है। मंदिरों पर श्रद्वालुओं की भरी भीड को देखते हुए प्रशासन की ओर से सुरक्षा के माकूल इंतजाम भी किए गए हैं।

कांवड़ यात्री मोटर साइकिल का साइलेंसर उतारकर न चलाएं, डीजे का प्रयोग न करें

डीएम श्रीनिधि बी टी ने बताया कि बीते दिनों मध्यप्रदेश एवं उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के दौरान हुये हादसों के बाद में राज्य के गृह विभाग ने सावन के पवित्र महीने में कावंड यात्रा एवं श्रावण महाशिवरात्रि-2024 के दौरान कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा तथा सुविधा को ध्यान में रखते हुये प्रदेश के सभी जिला मजिस्ट्रेटों को दिशा निर्देश जारी किये गये हैं। राज्य सरकार द्वारा एक एडवायजरी करते हुये कावंड यात्रियों से राज्य सरकार द्वारा जारी सलाह का पालन करने को कहा है। एडवायजरी में बताया गया है कि हरिद्वार तथा अन्य गंग तीर्थों धौलपुर जिले तथा समीपवर्ती मध्यप्रदेश एवं अन्य स्थानों को आने वाले से पैदल कांवड़ यात्री कांवड़ मोटर साइकिल का साइलेंसर उतारकर न चलाएं, पहचान पत्र भी अपने साथ रखें तथा सुरक्षित यात्रा एवं संभावित दुर्घटना से बचाव के लिए पटरी का प्रयोग करें।

इसके साथ ही अपना पहचान-पत्र, आधार कार्ड व ड्राइविंग लाइसेंस साथ रखें। वाहन निर्धारित पार्किंग में पार्क करें। अराजक तत्वों से सावधान रहें। वाहन में बैठे यात्रियों की सूची एवं यात्रा विवरण वाहन में लगाएं। कावंड यात्रा के दौरान हाकी, बेसबॉल, स्टिक और तलवार आदि साथ लेकर न चलें तथा डीजे का प्रयोग न करें। बिजली के तारों से बचाव के लिये कांवड़ की ऊंचाई 7 फीट से अधिक न रखें। रेलगाडी एवं अन्य वाहनों की छतों पर यात्रा न करें। संदिग्ध या लावारिस त्रस्तुओं को न छुएं तथा सूचना पुलिस को दें। किसी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें और न ही फैलाएं।

सुरक्षा के माकूल इंतजाम

आगरा-मुंबई नेशनल हाईवे सहित पूरे जिले में पुलिस प्रशासन की ओर से भी कांवड यात्रियों की सुरक्षा के लिये माकूल इंतजाम किये गये हैं। अपर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि कांवड यात्रा तथा श्रावण महाशिवरात्रि-2024 के संबंध में राज्य सरकार के निर्देशों के मुताबिक कांवड यात्रियों की सुरक्षा के संबंध में कावंड मार्ग तथा अन्य इलाकों में संबंधित थाना अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किये गये हैं। कांवड यात्रियाें को सरिक्षित एवं सुविधाजनक मूवमेंट चल रहा है तथा कावंड यात्री अपने गंतव्य की ओर जा रहे हैं।