Experts View On Sleep: क्या स्वस्थ रहने के लिए 5 घंटे की नींद पर्याप्त है? विशेषज्ञों से सीखें

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नींद पर विशेषज्ञों की राय: विशेषज्ञों का कहना है कि पर्याप्त नींद लेना हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। खासकर गहरी नींद. अच्छी नींद से मन-मस्तिष्क स्वस्थ रहता है और कोई शारीरिक समस्या नहीं होती। वहीं, अगर नींद पर्याप्त न हो तो चिड़चिड़ापन बना रहता है, मूड में बदलाव आ सकता है और शारीरिक स्वास्थ्य की बात करें तो कम नींद के कारण सिरदर्द, आंखों में दर्द, थकान, कमजोरी और सुस्ती बनी रहती है।

कई बार अच्छी नींद न लेने से हमारे पाचन पर भी बुरा असर पड़ता है। कम नींद (काम छूटना या छूट जाना) के कई नुकसानों के बावजूद, वर्तमान में ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो काम के कारण बहुत कम सो पाते हैं। कुछ लोग केवल 5 घंटे ही सोते हैं। सवाल यह है कि क्या वाकई 5 घंटे की नींद हमारी सेहत के लिए काफी है? आइए जानें कि क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट और सुकून साइकोथेरेपी सेंटर की संस्थापक दीपाली बेदी इस बारे में क्या कहती हैं?

क्या वाकई 5 घंटे की नींद सेहत के लिए काफी है?
स्लीप फाउंडेशन में प्रकाशित एक लेख के अनुसार, पर्याप्त नींद हमारे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। वहीं, सिर्फ 5 घंटे की नींद हमारे लिए काफी नहीं है। जब आप लंबे समय तक केवल 5 घंटे की नींद लेने लगते हैं, तो इससे आपकी नींद कम हो सकती है। नींद की कमी आपके दैनिक कार्यों में बाधा डाल सकती है। अच्छी नींद की कमी मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों पर असर डालती है।

इसलिए हर रात अच्छी और गहरी नींद लेना बहुत जरूरी है। स्वाभाविक रूप से, 5 घंटे से अधिक की नींद हर किसी की बुनियादी आवश्यकता है। कम नींद लेने से आपके शरीर पर दीर्घकालिक नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है। इतना ही नहीं, खराब नींद से मधुमेह, मोटापा और थायराइड जैसी चिकित्सीय स्थितियों का खतरा भी बढ़ सकता है।

सिर्फ 5 घंटे की नींद का आपकी सेहत पर असर
विशेषज्ञों के मुताबिक, हर दिन सिर्फ 5 घंटे की नींद लेने से आपके मूड पर बुरा असर पड़ता है। किसी से बात करने का मन नहीं करता, अक्सर असहज महसूस होता है, काम करने का मन नहीं करता। इसके अलावा चिंता, अवसाद और तनाव जैसी कई समस्याएं बढ़ सकती हैं। सिर्फ 5 घंटे की नींद लेने से इम्यून सिस्टम पर असर पड़ता है और दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।

सेहत के लिए कितने घंटे की नींद पर्याप्त है?
हर किसी को अपनी उम्र के हिसाब से सोना चाहिए। उदाहरण के तौर पर अगर कोई शिशु है तो उसे प्रतिदिन 12 से 16 घंटे की नींद की जरूरत होती है। वहीं, छोटे बच्चों के लिए 11 से 14 घंटे की नींद जरूरी है और 3 से 5 साल के बच्चों के लिए 10 से 13 घंटे की नींद पर्याप्त है। वहीं, 6 से 12 साल के बच्चों को कम से कम 9 से 12 घंटे और किशोरों को 8 से 10 घंटे की नींद मिलनी चाहिए। वयस्कों और युवाओं के लिए 7 से 8 घंटे की नींद उनके स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त है।