महाराष्ट्र: महायुति में हर कोई चाहता है ये मंत्रालय! अगर एकनाथ शिंदे सहमत थे तो फड़णवीस को घर क्यों जाना पड़ा?

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महाराष्ट्र की राजनीति में चल रही हलचल को देखकर ऐसा लग रहा है जैसे पूरी वेब सीरीज ही सस्पेंस से बनी है. पहले सीएम और डिप्टी सीएम को लेकर सस्पेंस था और अब गृह विभाग को लेकर सस्पेंस है. बीजेपी इसे अपने पास रखना चाहती है जबकि शिंदे अभी भी गृह विभाग को लेकर अड़े हुए हैं. अब इन सबके बीच शपथ लेने का समय आ गया है. गुरुवार शाम 5.30 बजे पीएम मोदी की मौजूदगी में मुंबई के आजाद मैदान में देवेंद्र फड़णवीस सीएम पद की शपथ लेंगे. इसके साथ ही अजित पवार और एकनाथ शिंदे डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे. लेकिन सरकार बनने से पहले गृह विभाग अभी भी दबाव में है. एकनाथ शिंदे ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उन्हें इंतजार करना चाहिए. महाराष्ट्र सरकार बनने से पहले जो कुछ हुआ उसका अब तक का पूरा घटनाक्रम समझने लायक है. 

गृह विभाग को लेकर शिंदे पर शिवसेना विधायकों का दबाव?
दरअसल, काफी मान मनौव्वल के बाद चर्चा है कि शिंदे डिप्टी सीएम बनेंगे. लेकिन वे गृह विभाग भी अपने पास ही रखना चाहते हैं. जानकारी के मुताबिक, शिवसेना विधायकों का भी दबाव है कि गृह विभाग किसी भी हाल में शिवसेना के पास ही रहना चाहिए. विधायकों का तर्क है कि शिंदे पहले भी मुख्यमंत्री रह चुके हैं और ऐसे में डिप्टी सीएम पद के साथ गृह विभाग न मिलना उनके प्रभाव को कम करने जैसा है. 

शिंदे के घर गए फड़णवीस
बीजेपी सूत्रों ने बताया कि शिंदे पहले तो इस पर राजी हो गए थे, लेकिन विधायकों के दबाव में उन्होंने गृह विभाग की मांग दोहराई. इन सबके बीच बुधवार को देवेन्द्र फड़णवीस ने शिंदे से उनके सरकारी आवास वर्षा पर मुलाकात की। 40 मिनट की बातचीत में फड़णवीस ने उन्हें भरोसा दिलाने की कोशिश की कि पार्टी नेतृत्व उनकी मांग पर विचार करेगा. 

पोर्टफोलियो पर सस्पेंस
महायुति में विभागों का बंटवारा लगभग तय है. लेकिन गृह विभाग किसके पास रहेगा इसका फैसला शपथ ग्रहण से पहले ही हो सकता है. जानकारी के मुताबिक, बीजेपी को 20-22, शिवसेना को 10-12 और एनसीपी को 8-10 विभाग मिल सकते हैं. गृह विभाग भाजपा के पास ही रहने की संभावना है। लेकिन शिंदे इसे छोड़ने को तैयार नहीं हैं. 

प्रेस कॉन्फ्रेंस में सब कुछ ठीक लग रहा था…
मजेदार बात ये रही कि गुरुवार शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिंदे और अजित पवार के बीच हल्की-फुल्की बातचीत भी हुई. इस बीच शिंदे और अजित पवार दोनों ने एक-दूसरे का लुत्फ उठाया. जब उनसे पूछा गया कि क्या वह डिप्टी सीएम के साथ गृह विभाग लेंगे तो शिंदे ने जवाब टाल दिया और कहा कि शाम तक इंतजार करें, इस पर अजित पवार ने कहा कि मैं शपथ लूंगा, उन्हें नहीं पता. शिंदे ने फिर पलटवार करते हुए कहा कि अजित दादा को सुबह-शाम दोनों वक्त गाली देने का अनुभव है. 

शपथ ग्रहण की तैयारी
उधर, शपथ ग्रहण समारोह के लिए विशेष निमंत्रण पत्र तैयार किया गया है. जिसमें उनके माता-पिता के साथ-साथ देवेन्द्र फड़णवीस का नाम भी लिखा हुआ है। इस बार समारोह में सिर्फ 3 लोग शपथ लेंगे. जबकि बाकी मंत्रियों की सूची बाद में आएगी. गृह विभाग को लेकर सस्पेंस बरकरार है जो शपथ ग्रहण से ठीक पहले सुलझ सकता है. मुंबई के आजाद मैदान में नई सरकार का शपथ ग्रहण हो रहा है. इस कार्यक्रम में 42 हजार से ज्यादा लोगों के शामिल होने की उम्मीद है. पीएम मोदी, 9-10 केंद्रीय मंत्री, 19 मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम भी मौजूद रहेंगे.