हिसार, 1 जुलाई (हि.स.)। मौसम विभाग के अनुमानों को सही साबित करते हुए रविवार रात से रूक-रूक कर हो रही बरसात से जिले के अनेक क्षेत्र जलमग्न हो गए। लगातार हो रही बरसात के कारण हिसार के निचले इलाके जहां पानी से लबालब हो गए वहीं सुबह वाहन चालकों, खासकर दोपहिया वाहन चालकों को आने-जाने में परेशानी झेलनी पड़ी।
इसके साथ ही नागरिकों को भयंकर गर्मी से राहत मिली है वहीं किसानों को भी इस बरसात से खासा फायदा होने का अनुमान है। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार रविवार रात व सोमवार सुबह की वर्षा मिलाकर अब तक कुल 73 एमएम बरसात जिलेभर में हो चुकी है।
नागरिकों को हवाई जहाज की सैर करवानेे का लगातार राग अलाप रहे हिसार विधायक डॉ. कमल गुप्ता के मनमाफिक हवाई जहाज भले ही न उड़े हों लेकिन शहवासियों को नाव की याद अवश्य आ गई।
खास बात यह भी रही कि बरसात के समय जब नागरिक विभिन्न क्षेत्रों में पानी भरने से परेशान थे, उस समय न तो कोई प्रशासनिक अधिकारी नजर आया और न ही कोई जनप्रतिनिधि। खास बात यह भी है कि दो दिन पहले मंडल आयुक्त गीता भारती ने बैठक लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि कहीं पर बरसात का पानी खड़ा नहीं होना चाहिए वहीं रविवार को उपायुक्त खुद फील्ड में उतरे और बरसाती पानी निकासी के प्रबंधों का जायजा लिया लेकिन अधिकारियों के तमाम दावे ध्वस्त हो गए।
बारिश के कारण धान और कपास उत्पादक किसानों को फायदा होगा वहीं सड़कों पर जलभराव के कारण वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। निचले इलाकों में घरों तक पानी पहुंच गया है। हिसार शहर के दिल्ली रोड, ऑटो मार्केट, कैंप चौक, शांति नगर, मिल गेट रोड, अर्बन एस्टेट, अनाज मंडी रोड, विकास नगर, मॉडल टाउन, विद्युत नगर समेत कई इलाकों में पानी जमा हो गया है। बारिश के कारण लोगों के वाहन सड़क पर ही बंद हो गए। सबसे ज्यादा परेशानी दोपहिया वाहन चालकों को हुई। मौसम विभाग ने अनुमान जताया था कि एक जुलाई से पूरे हरियाणा में मानसून सक्रिय हो जाएगा। इसके चलते हिसार और आसपास के इलाकों हांसी, बरवाला, आदमपुर और अग्रोहा में तेज बारिश देखने को मिली। मॉडल टाउन स्थित जनस्वास्थ्य विभाग कार्यालय पानी में पूरी तरह जलमग्न हो गया। इसी रोड पर पब्लिक हेल्थ के अफसरों के घरों में पानी खड़ा हो गया। अर्बन एस्टेट और सत्या एन्कलेव जैसे पॉश इलाकों में पानी मुख्य मार्गों पर जमा हो गया।
जानकारों के अनुसार इस बरसात से किसानों को फायदा ही फायदा है। मानसून की अच्छी बारिश होने से धान की रोपाई जोर पकड़ेगी। किसानों को बारिश का इंतजार था। इससे खेत में नमी बढ़ेगी और पानी लगाने का खर्च कम होगा। वैसे तो हरियाणा में 15 जून से धान की रोपाई शुरू हो चुकी है लेकिन फिर भी किसानों को बरसात का इंतजार रहता है, ताकि खेत में नमी हो। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार इस बार धान की बिजाई बढ़ने की संभावना है।