हिसार, 11 जुलाई (हि.स.)। हांसी के जजपा नेता एवं हीरो शोरूम स्वामी रविन्द्र सैनी की हत्या के 24 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। हालांकि पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को मुख्य साजिशकर्ता बताते हुए अदालत से प्रोडेक्शन वारंट पर लिया है लेकिन हत्यारोपी अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है।
पुलिस ने गुरुवार को मृतक रविन्द्र सैनी के गनमैन जगजीत सिंह के बयान पर चार अज्ञात हमलावरों के खिलाफ हत्या की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम करवाया। परिजनों ने सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक शव लेने से मना कर दिया। इस दौरान परिजनों व व्यापार मंडल के सदस्यों ने नागरिक अस्पताल में प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए नागरिक अस्पताल में धरना शुरू कर दिया। परिजनों ने हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर राजमार्ग पर जाम भी लगा दिया, जिसे बाद में पुलिस अधीक्षक मकसूद अहमद के आश्वासन पर खोला गया।
व्यापारी नेता प्रवीन तायल व पूर्व मंत्री अतर सिंह सैनी तथा अशोक सैनी आदि लोगों ने जाम लगा रहे लोगों को बताया कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शुक्रवार सुबह आठ बजे मांगों को लेकर वार्ता के लिए चंडीगढ़ बुलाया है। नेताओं का कहना था कि शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री से बात कर परिवार को एक करोड रुपये की आर्थिक सहायता, बेटे को सरकारी नोकरी व परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने तथा हत्यारोपितों की गिरफ्तारी की मांग की जाएगी।
रविन्द्र सैनी की हत्या किए जाने की सूचना पर नागरिक अस्पताल पहुंचे व्यापार मंडल के प्रदेशाध्यक्ष बजरंग दास ने कहा कि सरकार अपराध को रोकने में पूरी तरह से फेल सिद्ध हुई है। और हरियाणा में जंगल राज कायम है। उन्होंने कहा कि अपराधियों द्वारा दिन-दहाड़े रविंद्र सैनी की हत्या करने से प्रदेश के व्यापारी व आम जनता में सरकार के प्रति भारी रोष है। सरकार ने अगर अपराधियों का पक्का इलाज नहीं किया तो व्यापार मंडल हरियाणा बंद का आह्वान किया जाएगा।
पुलिस अधीक्षक मकसूद अहमद ने आरोपियों की पहचान किए जाने तथा जल्द सभी आरोपियों को गिरफ्तार किए जाने का दावा किया है। उन्होंने बताया कि रविन्द्र सैनी की हत्या का मुख्य साजिशकर्ता विकास उर्फ विक्की को प्रोडक्शन वारंट पर लिया गया है और मामले की विस्तृत जानकारी के लिए उसको कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि रविन्द्र सैनी की हत्या करने वाले सभी आरोपियों की पहचान हो चुकी है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की पांच टीमों का गठन किया गया है।