EPFO Pension: कर्मचारी संगठनों की ओर से लंबे समय से EPFO ​​के तहत मिलने वाली पेंशन की राशि बढ़ाने की मांग की जा रही

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EPFO Contribution Limit: अगर आप भी सैलरीड क्लास हैं और आपकी सैलरी से हर महीने PF कटता है तो ये खबर आपके लिए है. जी हां, कर्मचारियों की सुविधा के लिए सरकार की ओर से कदम उठाए जा रहे हैं. एक तरफ खबर आ रही है कि श्रम मंत्रालय PF योगदान में बदलाव करने की तैयारी कर रहा है. इसका असर ये होगा कि रिटायरमेंट के बाद कर्मचारियों की पेंशन में बढ़ोतरी होगी. इसके अलावा खबर ये भी है कि सरकार EPFO ​​3.0 की योजना बना रही है. इसके तहत सब्सक्राइबर्स को कई नई सुविधाएं दी जा सकती हैं.

एटीएम से नहीं निकलेगा पीएफ का पैसा!

सीएनबीसी आवाज़ की रिपोर्ट में दावा किया गया कि सरकार पैन 2.0 की कड़ी में ईपीएफओ 3.0 की योजना का ऐलान कर सकती है। इसके तहत कर्मचारियों का पेंशन योगदान बढ़ाने के साथ ही कर्मचारियों को एटीएम से पीएफ का पैसा निकालने की सुविधा मिल सकती है। श्रम मंत्रालय पीएफ सब्सक्राइबर्स की सुविधा के लिए ऐसे कार्ड जारी करने की योजना बना रहा है, जिससे वे आने वाले समय में एटीएम से पीएफ का पैसा निकाल सकेंगे। यह योजना अगले साल मई-जून तक लागू हो सकती है।

आपको बता दें कि  कर्मचारी संगठनों की ओर से लंबे समय से ईपीएफओ के तहत मिलने वाली पेंशन की राशि बढ़ाने की मांग की जा रही है। इसे ध्यान में रखते हुए श्रम मंत्रालय ईपीएफओ के सदस्य को अधिक पेंशन के लिए अधिक अंशदान की अनुमति दे सकता है। इसके लिए मंत्रालय कर्मचारी पेंशन योजना 1995 (ईपीएस-95) में बदलाव करने पर विचार कर रहा है। फिलहाल ईपीएफओ सदस्य के मूल वेतन का 12 फीसदी ईपीएफ खाते में जमा होता है। इतना ही अंशदान नियोक्ता को भी करना होता है। इसमें से 8.33 फीसदी ईपीएस-95 में जाता है, बाकी 3.67 फीसदी ईपीएफ खाते में जमा होता है।

अगर ईपीएस-95 खाते में ज्यादा योगदान किया जाता है तो आने वाले समय में पेंशन पर इसका असर पड़ेगा। इसलिए श्रम मंत्रालय द्वारा ईपीएस में ज्यादा योगदान की अनुमति देने के विकल्प पर विचार किया जा रहा है। बदलाव के तहत पेंशन बढ़ाने के लिए कर्मचारियों को ईपीएस-95 में ज्यादा योगदान करने की अनुमति दी जा सकती है। सामाजिक प्रतिबंध में सुधार के अलावा केंद्र की मोदी सरकार द्वारा रोजगार के नए अवसर पैदा करने पर भी ध्यान दिया जा रहा है।

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया है कि सरकार पीएफ अंशदान के लिए लागू 12 फीसदी की सीमा को हटाने पर विचार कर रही है। इसके तहत नौकरीपेशा लोगों को कई नई सुविधाएं दी जा सकती हैं। दावा किया जा रहा है कि कर्मचारियों को अपनी बचत के हिसाब से अंशदान करने का विकल्प दिया जा सकता है। इसके तहत कर्मचारियों को ईपीएफओ खाते में एक सीमा से ज्यादा पैसा जमा करने का अंतिम मौका मिलेगा। हालांकि, नियोक्ता का अंशदान सैलरी के हिसाब से तय होगा।