जयपुर, 21 मई (हि.स.)। राज्य में राज्य सरकार द्वारा सरकारी कार्यालयों में पांच दिन के सप्ताह के स्थान पर छह दिन का सप्ताह किये जाने की खबर से कर्मचारी जगत में आक्रोश व्याप्त हो गया है ।
अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त कर्मचारी महासंघ एकीकृत के प्रदेश अध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़ ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर राज्य सरकार से मांग की है कि यदि राज्य सरकार की ओर से सरकारी कार्यालय में पांच दिवस के बजाय छह दिवस का सप्ताह किया जाएगा तो कर्मचारी इसका पुरजोर विरोध करेंगे। राज्य में वर्ष 2008 में केंद्र के अनुरूप पांच दिनों का सप्ताह लागू किया गया था। इससे कर्मचारियों को सप्ताह में आधा घंटे अधिक काम करना पड़ता है परंतु शनिवार को कार्यालय में नहीं आना पड़ता। इससे सरकार को ही अधिक फायदा है क्योंकि उसके एक दिन के लिए बिजली एवं आवश्यक खर्च बचते हैं वहीं कर्मचारियों को अपना सामाजिक एवं निजी जिंदगी मे अधिक समय मिल पाता है। अनेक देशों में कर्मचारी कल्याण के अंतर्गत चार दिन का सप्ताह करने की बात चल रही है । बैंकों में भी पांच दिवसीय सप्ताह शुरू किया जा रहा है। सरकार द्वारा विपरीत सोच से कर्मचारियों में अत्यंत आक्रोश व्याप्त हो गया है । सरकार को कर्मचारी विरोधी कोई कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे कर्मचारी कार्य की बजाए आंदोलन पर उतरना पड़े।