शिमला, 29 मई (हि.स.)। प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष संजय अवस्थी ने इलेक्ट्रोल बांड को राजनीति के इतिहास में शताब्दी का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया है। उनका कहना है कि देश की राजनीतिक पार्टियों के इतिहास का पहला लीगल घोटाला है, जिसमें बड़ी-बड़ी कंपनियों से इलेक्ट्रोल बांड के जरिये चंदा वसूला गया।
प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष संजय अवस्थी ने बुधवार को शिमला से जारी एक अपने बयान में नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि इस घोटाले के सामने आने के बाद प्रधानसेवक और ईमानदारी की कसमें खाने वाले मोदी की पोल खुल गई है। देश को भ्रष्टाचार मुक्त करने का दावा करने वाले नरेन्द्र मोदी इलेक्ट्राेल बांड पर मूकदर्शक बन गए हैं। सब कुछ होता देख प्रधानमंत्री के मुंह से एक भी शब्द बोलने की हिम्मत नहीं दिखा सके।
अवस्थी ने कहा कि भाजपा को चुनावी बॉन्ड से सबसे अधिक कुल 8,252 करोड़ रुपये का चंदा मिला है। इसके अलावा कंपनी मेघा इंजी. एंड इंफ्रा और उसकी सब्सिडियरी वेस्टर्न यूपी पावर से 664 करोड़ रुपये, एमकेजे समूह से 372 करोड़ के बॉन्ड भाजपा को मिले। क्विक सप्लाई चेन प्राइवेट लिमिटेड का., जो रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की सहयोगी कंपनी है, ने भाजपा को 375 करोड़ रुपये का चंदा दिया। भारती समूह की चार कंपनियों से भाजपा को 197 करोड़ रुपये मिले हैं, जो देश का सबसे बड़ा घोटाला है।
उन्होंने कहा कि देश के राजनीतिक इतिहास में पहली मर्तबा धर्म को राजनीति के साथ जोड़ा गया है। भाजपा नेतृत्व कभी भी दस साल में किए गए विकास कार्यो, रोजगार, महंगाई, स्वास्थ्य, सुरक्षा जैसे बुनियादी मुद्दों पर चुनाव नहीं लड़ रही है बल्कि राममंदिर,जाति, सम्प्रदाय, हिन्दू-मुस्लिम, व्यक्तिगत प्रत्यारोप और मंगलसूत्र जैसे मुद्दों को लेकर तीसरी बार देश की सत्ता पर कब्जा करने के सपने देख रही है।