बिजली बिल नियम: बिलिंग में गड़बड़ी को लेकर हजारों उपभोक्ता हर दिन केस्को दफ्तर के चक्कर लगाते रहते हैं। जल्द ही इस समस्या का समाधान हो जाएगा। केस्को शहर में साढ़े छह लाख स्मार्ट मीटर लगाने जा रहा है। स्मार्ट मीटर लगने के बाद हर दिन घर में कितनी बिजली खर्च हुई इसका हिसाब उपभोक्ता के मोबाइल पर दिखेगा। बिजली खर्च देखने के लिए केस्को एक एप बना रहा है। जिसमें कितनी बिजली खर्च हुई इसकी भी जानकारी होगी।
केस्को अगले दो साल में बिलिंग की समस्या को पूरी तरह से खत्म कर देगा। बिजली दफ्तर में हर रोज उपभोक्ता बिल न मिलने की शिकायत लेकर पहुंचते हैं। केस्को के अधिकारी अगले दो साल में साढ़े छह लाख उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य हासिल कर लेंगे। फिलहाल डेढ़ लाख घरों में स्मार्ट मीटर लग चुके हैं। केस्को इस काम में 582 करोड़ रुपये का बजट खर्च कर रहा है।
30 हजार घरों में मीटरों की जांच की जा रही है
केस्को इस समय 30 हजार उपभोक्ताओं के घरों में चेक मीटर लगा रहा है। इनके रिजल्ट चेक किए जा रहे हैं। केस्को ने उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए उपभोक्ता एप बनाया है। जिसमें उपभोक्ता देख सकेगा कि एक दिन में कितनी यूनिट बिजली खर्च हुई। इस व्यवस्था के शुरू होने से बिलिंग मीटर पूरी तरह से खत्म हो जाएंगे। अफसरों का कहना है कि 25 किलोवाट से ऊपर के मीटर से ही बिलिंग होगी। इसके अलावा सभी घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर ही लगाए जाएंगे।
केस्को निदेशक राकेश वार्ष्णेय ने बताया- केस्को हर उपभोक्ता के घर में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाएगा। जिनके घर पहले से मीटर लगे हैं, उनसे मीटर लगाने का शुल्क नहीं लिया जाएगा। 25 किलोवाट से ऊपर के मीटर की बिलिंग की जाएगी। केस्को द्वारा बनाए गए एप के जरिए उपभोक्ताओं को यह भी पता चल जाएगा कि प्रतिदिन कितने रुपये में कितनी यूनिट बिजली खर्च हुई।