रांची, 09 मार्च (हि. स.)। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि मुख्य चुनाव आयोग से आग्रह है कि सोमवार से शुक्रवार तक चुनाव आयोग रांची आये और हमारी भवनाओं से अवगत हो। लोकतंत्र को आगे बढ़ाने का काम 1952 से चुनाव आयोग ने किया था और यह परंपरा अब भी जारी है। चुनाव आयोग प्रत्येक नागरिक को सुनिश्चित करता है कि वह भयमुक्त होकर अपने संवैधानिक हक का प्रयोग करे।
भट्टाचार्य शनिवार को पार्टी कार्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि आज नौ तारीख है पिछले चुनाव में 10 मार्च को वह तिथि थी जब 14वीं लोकसभा सीट गठन के लिए अधिसूचना जारी की गई थी। उस समय राज्य में भाजपा की सरकार थी।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की ओर से राज्य के जो राष्ट्रीय दल हैं। भाजपा, कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, माकपा, भाकपा, और जो क्षेत्रीय पार्टियां हैं उन्हें भी बुलाया गया था और चुनाव के संबंध में उनसे राय ली गई थी लेकिन आज वह परंपरा बदल गई हैए जो चुनावी सभाएं होंगी, यात्रा होगी उसमें पारदर्शी तरीके से समय का अलॉटमेंट होगा। लेकिन अब तक इसको लेकर कोई औपचारिक सूचना नहीं मिली है, क्या यहां केवल एक ही पॉलीटिकल पार्टी का इंटरेस्ट है। 2019 का चुनाव लोकसभा और विधानसभा का चुनाव में हमारे स्टार प्रचारक को रोक दिया जाता था। प्रशासन की ओर से भाजपा के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई सभा को संबोधित करने के लिए कई जगह जाते थे, और उनके रेडियस तक “नो फ्लाइंग जोन” हो जाते थे। क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए आदिवासी नागरिक नहीं हैं। क्या झारखंड में भी चुनाव होना उनके लिए जरूरी नहीं है।