महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अब गिनती के दिन बचे हैं. राजनीतिक दलों के बीच इस बात की चर्चा गर्म है कि अगर महायुति जीतती है तो राष्ट्रपति कौन बनेगा. इस संबंध में सीएम एकनाथ शिंदे का बड़ा बयान सामने आया है. महायुति की सहयोगी पार्टी शिव सेना के अध्यक्ष एकनाथ शिंदे ने कहा कि इस गठबंधन में सभी बराबर हैं, कोई पहले या दूसरे नंबर पर नहीं आता. फिलहाल महायुति को जिताना ही एकमात्र उद्देश्य है.
महायुति जीती तो कौन बनेगा सीएम?
समाचार एजेंसी एएनआई ने एकनाथ शिंदे से पूछा कि अगर महायुति जीतती है तो क्या उन्हें दोबारा राष्ट्रपति बनाया जाएगा? इस पर सीएम शिंदे ने कहा, ”अब मैं इस टीम का लीडर हूं और हमारी टीम काम कर रही है. हमारे पास कोई पहला, दूसरा या तीसरा फॉर्मूला नहीं है. हम एक टीम के रूप में काम कर रहे हैं, जिसमें सभी बराबर हैं. आप विपक्ष को देखिए , मुझे सीएम का चेहरा बनाने की बात चल रही है लेकिन महाराष्ट्र को ऐसे लोगों की जरूरत है जो सोचते हों कि लोग क्या चाहते हैं।’
‘महायुति में कोई भेदभाव नहीं’
एकनाथ शिंदे ने आगे कहा कि आपको डिप्टी सीएम से पूछना चाहिए. हमने कभी कोई फर्क नहीं किया. एक दूसरे के प्रति बहुत सम्मान रखें. कोई पद कभी स्थायी नहीं होता, उससे कुछ नहीं मिलता। एक-दूसरे का सम्मान करना बड़ी बात है. लोगों का कहना है कि लोकप्रियता के मामले में एकनाथ शिंदे नंबर वन हैं. यह काम जनता का है. हम खुद को गिनने वाले कौन होते हैं? इसलिए हमारे बीच कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है. हमारा एकमात्र उद्देश्य इतना काम करना है कि लोग अगले पांच साल तक याद रखें।
हमारे पास सबसे ज्यादा सीटें और वोट प्रतिशत है
डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस ने कहा, बीजेपी राज्य में अकेले दम पर विधानसभा चुनाव नहीं जीत सकती, लेकिन यह सच है कि हमारे पास सबसे ज्यादा सीटें और सबसे ज्यादा वोट प्रतिशत है। चुनाव के बाद बीजेपी राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी. तीनों दलों के वोटों का एकीकरण ही हमें विजयी बना सकता है।’ भाजपा ने अब तक राज्य की 288 विधानसभा सीटों में से 121 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।