हिसार, 13 अप्रैल (हि.स.)। इंडस्ट्रीज एरिया में स्थित जय श्याम विहार में बने वर्षों पुराने नव दुर्गा मंदिर की जमीन को मंदिर के संचालक द्वारा नाजायज तरीके से बेचने की कोशिशों के विरुद्ध क्षेत्र के लोगों ने मोर्चा खोल दिया है। इंडस्ट्रीज एरिया की जय श्याम विहार व्यापार एसोसिएशन इस मुद्दे पर खुलकर सामने आ गई है।
एसोसिएशन की ओर से दी हिसार शांत विहार कोऑपरेटिव हाउस बिल्डिंग सोसायटी के प्रधान लाजपत राय अग्रवाल, उपायुक्त तथा एआर ऑफिस में लिखित शिकायत दी गई है जिस पर आसपास के सैंकड़ों लोगों के हस्ताक्षर भी हैं। इन सभी लोगों ने शनिवार को कहा कि जय श्याम विहार में सरलिया रोलिंग मिल के नजदीक मंदिर निर्माण के लिए सन 2001 में जमीन ली गई थी तथा लोगों से चंदा एकत्रित करके वहां मंदिर का निर्माण किया गया था। मंदिर के महंत की जिम्मेदारी भगत पवन कुमार महाराज को सौंपी गई थी तथा जमीन उन्हीं के नाम करवाई गई थी। मंदिर का टोटल एरिया 1200 वर्ग गज है, जिसमें 800 वर्ग गज कवर्ड तथा 400 वर्ग गज खाली था। मंदिर निर्माण के लिए नवदुर्गा मंदिर ट्रस्ट बनाया गया। इसके प्रधान लाजपत राय अग्रवाल को बनाया गया। इस मंदिर निर्माण में जिंदल परिवार द्वारा लोहे का शेड बनवाकर सहयोग दिया गया। अन्य अनेक लोगों ने भी दान दिया जिससे मंदिर का निर्माण किया गया।
हाल में जमीनों के दाम बहुत ज्यादा होने के कारण महंत भगत पवन कुमार महाराज के मन में लालच आ गया और व 400 गज जमीन को बेचने की कोशिशें करने लगे। इसी के चलते मंदिर स्थल में बने कमरों को ढहा दिया गया। वर्षों पुराना पेड़ भी काट दिया गया।
बैठक में उपस्थित नवदुर्गा मंदिर ट्रस्ट के प्रधान लाजपत राय अग्रवाल, सचिव केके कंसल, ट्रस्टी आशीष तायल, विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र गुप्ता, उपाध्यक्ष रविंद्र गोयल, मंत्री देवेंद्र सिंह, पूर्वांचल समाज समिति के अध्यक्ष केपी गुप्ता सहित सेंकड़ों क्षेत्रवासियों ने शिरकत की। डीसी से अनुरोध किया है कि वे मंदिर की जमीन को नाजायज तरीके से बेचने के मामले में हस्तक्षेप करें तथा मंदिर को मंदिर ही रहने दिया जाए।