बीते कुछ महीनों में महंगाई दर में गिरावट के बावजूद खाद्य तेलों और डेयरी उत्पादों की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की रिपोर्ट के अनुसार, सरसों, सूरजमुखी और मूंगफली के तेल में सबसे अधिक तेजी देखी गई है। वहीं, डेयरी प्रोडक्ट्स की कीमतें भी लगातार बढ़ रही हैं, जिससे भविष्य में महंगाई दर में उछाल की आशंका है।
खाद्य कीमतों में बढ़ोतरी: RBI रिपोर्ट के आंकड़े
आरबीआई की मार्च 2025 की रिपोर्ट के अनुसार:
- बीते एक वर्ष में खाद्य मूल्य सूचकांक 7.1 अंकों की बढ़ोतरी के साथ बढ़ा है।
- खाद्य तेलों का मूल्य सूचकांक 112 से बढ़कर 156 तक पहुंच गया।
- डेयरी उत्पादों का मूल्य सूचकांक 122 से बढ़कर 148 तक बढ़ा है।
- खुदरा महंगाई दर में गिरावट के बावजूद, खाद्य तेल और डेयरी उत्पादों की तेजी से बढ़ती कीमतें लोगों की जेब पर अतिरिक्त बोझ डाल रही हैं।
खाने-पीने की चीजों की कीमतों में बढ़ोतरी
खाद्य तेल के दाम (रुपये प्रति लीटर)
तेल | मार्च 2024 | मार्च 2025 |
---|---|---|
सूरजमुखी | ₹140 | ₹155.7 |
सरसों तेल | ₹150 | ₹170.4 |
मूंगफली | ₹185 | ₹192.7 |
सब्जियों के दाम (रुपये प्रति किलोग्राम)
सब्जी | मार्च 2024 | मार्च 2025 |
---|---|---|
टमाटर | ₹10 | ₹19.2 |
आलू | ₹18 | ₹22.0 |
प्याज | ₹21 | ₹35.7 |
औसत मूल्य सूचकांक वृद्धि
उत्पाद | फरवरी 2024 | फरवरी 2025 |
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खाद्य तेल | 122 | 156.0 |
डेयरी | 122 | 148.7 |
अनाज | 117 | 112.0 |
मीट | 114 | 118.0 |
खाद्य मूल्य | 120 | 127.1 |
महंगाई का असर: आगे और बढ़ेगा खर्च
सब्जियों की कीमतों में भले ही उतार-चढ़ाव रहा हो, लेकिन खाद्य तेल और डेयरी उत्पादों की कीमतों में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है। यदि यही रुझान जारी रहा, तो गर्मी के मौसम में फल-सब्जियों की बढ़ती कीमतों के साथ महंगाई और ज्यादा बढ़ सकती है, जिससे आम लोगों का घरेलू बजट प्रभावित होगा।
विशेषज्ञों के अनुसार, खाद्य कीमतों में वृद्धि का सीधा असर महंगाई दर पर पड़ेगा और इससे उपभोक्ताओं का खर्च और बढ़ सकता है।