देहरादून, 18 जून (हि. स.)। शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने आय-व्यय की विभागीय समीक्षा के दौरान बजट खर्च की धीमी रफ्तार पर नाराजगी जताई। उन्होंने बजट खर्च की गति बढ़ाने और इस संबंध में विभागाध्यक्षों से स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए हैं।
कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत मंगलवार को यमुना कॉलोनी स्थित अपने शासकीय आवास पर विभागों के आवंटित खर्च की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मंत्री रावत ने चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, विद्यालयी शिक्षा, संस्कृत शिक्षा उच्च शिक्षा समग्र शिक्षा एनएचएम आदि विभागों के योजनावार प्राप्त कुल बजट के सापेक्ष खर्च का ब्योरा तलब किया।
उन्होंने विभागीय अधिकारियों को बजट खर्च का योजनावार आगाती सौ दिन का रोडमैप तैयार करने को भी कहा है ताकि आवंटित बजट समय पर खर्च करने के साथ ही आय-व्यय में पादर्शिता भी बनी रहे। उन्होंने कहा कि सरकार के पास जनकल्याण की योजनाओं के लिए बजट की कोई कमी नहीं है। इसके बावजूद कई विभागीय अधिकारी योजनाओं के क्रियान्वयन व बजट खर्च करने में फिसड्डी साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो विभाग समय पर बजट खर्च नहीं करेगा, उसके जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ जवाबदेही तय की जाएगी।
बैठक में महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. विनीता शाह, निदेशक वित्त स्वास्थ्य विभाग एवं अपर सचिव वित्त अमिता जोशी, वित्त नियंत्रक संस्कृत शिक्षा लखेन्द्र गोथियाल, वित्त नियंत्रक विद्यालयी शिक्षा हेमेन्द्र गंगवार, वित्त नियंत्रक चिकित्सा शिक्षा बीएन पाण्डेय, वित्त नियंत्रक एनएचएम दिपाली भरने सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।